बांग्लादेश में मंदिरों पर फिर हमले, एक मरा, 30 घायल

October 17, 2021

बांग्लादेश के नोआखली में मंदिरों पर हुए हमलों में एक व्यक्तिकी मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए है।

घटना शुक्रवार को चौमुहानी इलाके की है, जहां स्थिति को नियंतण्रमें रखने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है।

इस बीच बांग्लादेश में हिंदू नेताओं ने घोषणा की कि वे जेएम सेन हॉल के पूजा स्थल की तोड़-फोड़ के विरोध में दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन नहीं करेंगे। इतना ही नहीं, नेताओं ने एक पुलिस अधिकारी को हटाने की भी मांग की है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जुमे की नमाज के बाद एक समूह ने अंदरकिला जुम्मा मस्जिद के गेट पर एक सभा की और फिर जुलूस में जेएम सेन हॉल की ओर मार्च किया था। जुलूस ने चौराहे पर पुलिस बैरिकेड्स को तोड़कर जेएम सेन हॉल के बंद गेट को तोड़ने का प्रयास किया था।

फिर वे ईट-पत्थर फेंकने लगे और सड़क के चारों ओर की दीवारों पर लगे पूजा के बैनर फाड़ दिए। गवाहों में से एक एडवोकेट कंकन देव ने बताया कि हमने दोपहर 2.30 बजे के बाद मूर्तियों को समुद्र में विसर्जित करने की योजना बनाई थी। लेकिन भीड़ ने जैसे ही ईट, पत्थर फेंकने और डाउन फेस्टिवल बैनर फाड़ने शुरू किए, पुलिस वहां से गायब हो गई। हिंसा के बीच महिला भक्तों ने हमलावरों से मूर्ति की रक्षा की।

हिंदू, बौद्ध और ईसाई एकता परिषद के नेता अधिवक्ता राणा दासगुप्ता ने बताया कि जेएम सेन हॉल में पूजा समारोह आयोजित करने वाली परिषद के नेताओं ने घोषणा की कि जब तक पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा में चूक के लिए दंडित नहीं किया जाता है, तब तक वे उत्सव को समाप्त करने के लिए मूर्तियों का विसर्जन नहीं करेंगे।

‘‘विसर्जन हर साल सुबह 11 बजे से शुरू होता है। लेकिन सरकार ने हमें इस बार शुक्रवार की नमाज के कारण दोपहर 2.30 बजे के बाद मंडप से बाहर निकलने का निर्देश दिया था।’’ उन्होंने कहा कि सरकार हमारी सुरक्षा की बात करे, फिर हम मूर्तियों का विसर्जन करेंगे। तब तक चटगांव महानगर में कोई भी पंडाल मूर्ति विसर्जन नहीं करेगा।


आईएएनएस
ढाका

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