Turkey Earthquake : तुर्की, सीरिया में 7.8 तीव्रता के भूकंप से 125 से अधिक लोगों की मौत, 400 से अधिक घायल

February 6, 2023

रिक्टर पैमाने पर 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप के बाद तुर्की और सीरिया में 125 से अधिक लोग मारे गए और 400 से अधिक घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।

 बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने कहा कि तुर्की के शहर गजियांटेप के पास 17.9 किमी की गहराई में भूकंप सुबह 4.17 बजे आया।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए, तुर्की के आंतरिक मंत्री सुलेमोन सोयलू ने कहा कि गाजियांटेप, कहारनमारस, हटे, उस्मानिया, अदियामन, मालट्या, सनलिउर्फा, अदाना, दियारबाकिर और किलिस के 10 शहर भूकंप से प्रभावित हुए हैं।

इस आपदा में करीब 440 लोग घायल हुए हैं।

इस बीच, सीरियाई राज्य मीडिया ने कहा कि भूकंप के कारण 50 लोग मारे गए, जो लेबनान और साइप्रस में भी महसूस किए गए थे।

राज्य मीडिया ने कहा कि अलेप्पो, हमा और लताकिया के क्षेत्रों में मौतों की सूचना मिली है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने तुर्की के डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी (एएफएडी) के हवाले से बताया कि भूकंप के बाद सुबह 4.26 बजे रिक्टर पैमाने पर 6.4 तीव्रता का एक और भूकंप आया।

एएफएडी ने कहा कि कम से कम 50 झटके 6.6 की अधिकतम तीव्रता के साथ दर्ज किए गए।

दक्षिणी तुर्की के कम से कम 10 प्रांतों में बड़ी क्षति की सूचना है।

तुर्की दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंप क्षेत्रों में से एक में स्थित है।

1999 में, देश के उत्तर-पश्चिम में एक शक्तिशाली भूकंप आया था, जिसमें 17,000 से अधिक लोग मारे गए थे।

हाल में 30 अक्टूबर, 2020 को एक और भूकंप इजमिर शहर में 7.0 तीव्रता का आया था, जिसमें 117 लोगों की मौत हो गई थी।

तुर्की के भूकंप वैज्ञानिकों ने कहा कि 6.4 तीव्रता का दूसरा भूकंप कुछ ही मिनट बाद इस क्षेत्र में आया।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) के अनुसार, भूकंप सुबह 4.17 बजे 17.9 किमी की गहराई में आया।

राजधानी अंकारा और तुर्की के अन्य शहरों और कई क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गए।

अधिकारियों ने कहा है कि गजियांटेप में कई इमारतें ढह गई हैं और कुछ लोगों के फंसे होने की संभावना हैं।

तुर्की के भूकंप विज्ञानियों ने कहा कि कुछ ही मिनट बाद इस क्षेत्र में दूसरा झटका लगा।

गौरतलब है कि तुर्की दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंप क्षेत्रों में से एक में स्थित है।

1999 में, देश के उत्तर-पश्चिम में आए एक शक्तिशाली भूकंप में 17,000 से अधिक लोग मारे गए थे।

30 अक्टूबर, 2020 को इजमिर शहर में आए 7.0 तीव्रता के भूकंप से 117 लोगों की मौत हो गई।

भूकंप की वजह से तुर्की का एक शॉपिंग मॉल भी गिर गया है।

फिलीस्‍तीन और इजरायल के बीच स्थित गाजा पट्टी से खबर है कि करीब 45 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। वहीं कुछ ही मिनटों के बाद दूसरा भूकंप आया। इस भूकंप की वजह से सीरिया में भी कई इमारतें गिर गई हैं।

सीरिया, लेबनान और इराक तक कांपे
जीएफजेड हेल्महोल्ट्ज सेंटर पॉट्सडैम के मुताबिक कई अपार्टमेंट्स इस भूकंप की वजह से ढह गए हैं। ऐसी आशंका है कि उनमें कई लोग दबे हो सकते हैं। इस भूकंप के बाद सीरिया, इजरायल, लेबनान, इराक, इजरायल, फिलीस्‍तीन, साइप्रस तक में झटके महसूस किए गए।जो वीडियो सोशल म‍ीडिया पर जो वीडियो आ रहे हैं उनमें साफ देखा जा सकता है कि भूकंप की वजह से किस तरह बिल्डिंग्‍स हिल रही हैं।

कैसे आता है भूकंप?
भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं।

सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं।

भूकंप की तीव्रता

रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है और यह भूकंप महसूस नहीं किए जाते। रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोजाना दर्ज किए जाते हैं।

इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं इसे भी सामान्य तौर पर हम महसूस नहीं करते।

वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। इन्हें महसूस तो किया जाता है लेकिन शायद ही इनसे कोई नुकसान पहुंचता है।
लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं जो पूरी दुनिया में एक साल में करीब 6,200 बार रिक्टर स्केल पर दर्ज किए जाते हैं। इन झटकों को महसूस किया जाता है और इनसे घर के सामान हिलते नजर आते हैं। हालांकि इनसे न के बराबर ही नुकसान होता है।


आईएएनएस/एजेंसियां/समयलाइव डेस्क
अंकारा/दमिश्क

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