ईरानी सेना ने मंगलवार रात इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार कर दी। हमले में मुख्य रूप से "सैन्य और सुरक्षा प्रतिष्ठानों" को निशाना बनाया गया है। इजरायल पर हमले के बाद ईरान में जश्न मनाते हुए लोगों ने नारे लगाए ‘‘अल्लाह हो अकबर, अमेरिका का नाश हो, इजराइल का नाश हो।’’
इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के एक बयान का हवाला देते हुए मीडिया रिपोर्टों ने पुष्टि की है कि ईरान से इजरायल की ओर बड़ी संख्या में मिसाइलें दागी गई हैं। आईआरजीसी ने धमकी दी है कि अगर इजरायल जवाब देता है, तो वह दूसरा हमला करेगा।
तस्नीम समाचार एजेंसी ने बताया कि आईआरजीसी ने मिसाइल हमले को "इजरायली सेना द्वारा हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनीयेह और आईआरजीसी कमांडर मेजर जनरल सैय्यद अब्बास निलफोरुशन की हत्या का बदला" बताया।
इसने कहा कि इसकी वायु सेना ने महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाया।
इजरायली मीडिया ने बताया कि ईरान ने मंगलवार रात इजरायल पर करीब 180 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी।
इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) के अनुसार, इज़रायली वायु रक्षा प्रणाली ने ईरान द्वारा दागी गई 180 बैलिस्टिक मिसाइलों में से एक "बड़ी संख्या" को लक्ष्य से पहले ही रोक दिया।
द टाइम्स ऑफ़ इज़रायल ने आईडीएफ के हवाले बताया कि अमेरिका ने इज़रायल का साथ देने का ऐलान किया है।
इज़रायली सैन्य प्रवक्ता डैनियल हैगरी ने संवाददाताओं से कहा कि इज़रायली वायु सेना अपने दुश्मनों पर हमले जारी रखेगी।
उन्होंने कहा कि इज़रायली और अमेरिकी वायु रक्षा प्रणालियों ने प्रभावी ढंग से काम किया और ईरान की ओर से दागी गई मिसाइलों में से एक बड़ी संख्या को रास्ते में ही नष्ट कर दिया।
डैनियल हैगरी के हवाले से द टाइम्स ऑफ़ इज़राइल कहा, "ईरान ने आज रात एक गंभीर कार्रवाई की और मध्य पूर्व को एक गहरे संकट की ओर धकेल रहा है। हम अपनी पसंद के स्थान और समय पर इसका समुचित जवाब देंगेे।
ईरान में हमले के बाद मनाया जश्न
वहीं ईरान में इस हमले के बाद जश्न मनाया जाने लगा। मंगलवार देर रात तक इस हमले के कारण जान माल की क्षति के बारे में फौरन कोई जानकारी नहीं मिली है।
इजराइल ने कहा कहा कि उसने कई मिसाइलों को नष्ट कर दिया है वहीं अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि उसका प्रहार करने वाला तंत्र इजराइली रक्षा प्रणाली की सहायता करेगा।
ईरान ने कहा कि उसकी अधिकतर मिसाइलों ने अपने निशानों को सटीक प्रहार किया हैं।
ईरान के अर्द्धसैनिक बल रिवोलूश्यनरी गार्ड ने कहा कि उसने इजराइल के विरूद्ध जो मिसाइलें दागीं, उनमें 90 प्रतिशत निशाने पर सटीक लगी हैं।
ईरान के सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान में मंगलवार को कहा गया कि मिसाइल हमलों ने वायु एवं रडार ठिकानों के साथ साथ सुरक्षा तंत्र को निशाना बनाया जहां हमास एवं हिजबुल्ला के वरिष्ठ पदाधिकारियों की हत्या की योजना बनायी गयी थी।
बयान में कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत ईरान को अपना बचाव़ करने का अधिकार है।
टीवी स्टेशन पर ईरान के अज्ञात स्थलों से अंधेरे में मिसाइलों के प्रक्षेपण के फुटेज भी दिखाये गये।
ईरान के सरकारी टेलीविजन पर देश के अरक, कौम और तेहरान में लोगों को इजराइल पर मिसाइल दागे जाने का जश्न मनाते हुए भी दिखाया गया। सरकारी टेलीविजन पर लंबे समय से कट्टरपंथियों का नियंत्रण रहा है।
अल्लाह हो अकबर, अमेरिका का नाश हो, इजराइल का नाश हो के लगे नारे
जश्न मनाते लोगों में से कुछ चिल्ला रहे थे, ‘‘अल्लाह हो अकबर, अमेरिका का नाश हो, इजराइल का नाश हो।’’
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को ही ईरान को कड़े शब्दों में चेतावनी दी थी। ईरान हिजबुल्ला और हमास की मदद करता है।
नेतन्याहू ने कहा था, ‘‘मध्य पूर्व में ऐसा कोई स्थान नहीं है जहां इजराइल पहुंच नहीं सकता।’’ उनका यह बयान बेरुत के दक्षिण में किए गए हवाई हमले के चंद दिनों बाद आया जिसमें लेबनान के हिजबुल्ला समूह का नेता मारा गया था।
हिजबुल्ला और इजराइल के बीच पिछले कुछ समय से लेबनानी सीमा पर लगभग रोज ही गोलाबारी चल रही है। पिछले वर्ष आठ अक्तूबर को हमास ने इजराइल में अपने लड़ाकों को भेजा था और उसके बाद गाजा में भीषण संघर्ष शुरू हो गया।
उस दौरान करीब 250 इजराइलियों को बंधक बनाया गया थ। किंतु बाद में इस संघर्ष का केंद्र बिंदु उत्तरी लेबनान बन गया जब हिजबुल्ला का प्रमुख हसन नसरल्ला इजराइली हमले में मारा गया।
समय डिजिटल डेस्क यरूशलम |
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