कोरोना वायरस से बचाव के लिए कौन सा और कैसे पहनें मास्क, जानें

May 14, 2020

कोरोना वायरस महामारी के दौर में अगर आप मास्क पहन रहे हैं तो सबसे ज़रूरी ये है कि आपको इसे पहनने और इस्तेमाल करने का तरीक़ा पता हो |

कोरोना वायरस से बचाव के लिए कैसा मास्क और किस तरह से मास्क पहना जाए‚ इसे लेकर आज भी लोगों को सही जानकारी नहीं हैं। ‘आर्मी कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस' के सर्जन डॉक्टर जयवीर सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए एन–19 ही सबसे बेहतर मास्क हैं।

कोरोना या किसी और बीमारी से बचने के लिए आम तौर पर मिलने वाला सर्जिकल मास्क कोरोना वायरस से ज्यादा बचाव नहीं कर पाता। उन्होंने यह भी बताया कि जब लोग किसी काम या दफ्तर के लिए घर से निकलतें हैं तो मास्क लगा तो लेते हैं मगर ये भूल जाते हैं कि मास्क का सही उपयोग कर रहे हैं या नहीं। वैसे इस महामारी के दौर में यह बात सबके जेहन में इस वक्त चल रही है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए कौन सा मास्क खरीदें।

मास्क के प्रकारः एन–19: कोरोना वायरस से बचाव के लिए यह सबसे बेहतर मास्क है। यह आसानी से मुंह और नाक पर फिट हो जाता है और बारीक कणों को भी नाक या मुंह में जाने से रोकता है । इसलिए इसका नाम एन–19 पड़ा है।

सर्जिकल मास्कः यह मास्क वायरस से बचाव करता है। वहीं बैक्टीरिया‚ धूल और परागकणों से 80 फीसद तक सुरक्षा देता है। ये ढीली फिटिंग वाले होते हैं। इसलिए जब भी इसे लगाएं‚ अच्छे से नाक और मुंह को कवर करें। सर्जिकल मास्क को एक ही बार प्रयोग किया जा सकता है।

एफएफपी मास्कः यह मास्क तीन प्रकार में आते हैं। एफएफपी 1‚ एफएफपी 2 और एफएफपी 3। कोरोना वायरस से बचाव के लिए यह भी बेहतर मास्क है। यह मास्क अति सूक्षम कणों से भी लोगों को बचाता है।

एक्टिवेट कार्बन मास्कः इसका इस्तेमाल आमतौर पर गंध रोकने के लिए किया जाता है। यह वायरस से बचाव करने में नाकाफी है। इस मास्क को भी एक ही बार प्रयोग किया जा सकता है।

कपड़े वाला मास्कः यह वायरस से बचाव कम करता है। आमतौर पर लोग इसे घर पर ही बनाते हैं। इसे एक बार इस्तेमाल करने के बाद धोना बेहद जरूरी है।

स्पंज मास्कः यह मास्क वायरस से बचाने में बिलकुल भी सक्षम नहीं हैं। एक्सपर्ट भी इसे लगाने की सलाह नहीं देते हैं।

कोरोना से बचने के लिए बरते सावधानियांः अगर आपने मास्क को सही से नहीं पहना या उसे फेंकते हुए सावधानी नहीं रखी तो इससे इंफेक्शन का खतरा और बढ़ सकता है। मास्क पहनने से पहले और बाद में अगर आपने हाथ नहीं धोए तो आपको कोरोना का खतरा अधिक हो सकता है। अगर आप स्वस्थ हैं तो आपको केवल तभी मास्क पहनने की जरूरत है जब आप कोरोना वायरस के मरीज या उसके लक्षण वाले मरीज की देख–भाल कर रहे हों। अगर आपको खांसी या छींक आ रही है तो आप मास्क पहनें। अगर आप मास्क पहन रहे हैं तो आपको पता होना चाहिए कि इसे कैसे इस्तेमाल और डिस्पोज करना है। घर से बाहर निकलते समय मास्क का अवश्य प्रयोग करें।

ऐहतियात ही कोरोना से बचने का तरीका है: डॉक्टर जयवीर सिंह ने बताया कि इस बीमारी के लक्षण बेहद कॉमन हैं और कोई व्यक्ति कोरोना से पीडि़त ना हो तब भी उसमें ऐसे लक्षण दिख सकते हैं। जैसे–नाक बहना‚ सिर में दर्द‚ खांसी और कफ‚ गला खराब‚ बुखार‚ थकान और उल्टी महसूस होना‚ सांस लेने में तकलीफ‚ निमोनिया आदि। इसलिए बेहद जरूरी है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लोग खुद भी एहतियात बरतें।

मास्क धोने के तरीके:

  • मास्क को साबुन और गर्म पानी में धोएं। अब इसे धूप में पांच घंटे तक सूखने के लिए छोड़ दें।
  • पानी में नमक मिलाएं। करीब 15 मिनट तक गर्म पानी या प्रेशर कुकर में मास्क डालकर उबालें। अब इसे सुखाने के लिए छोड़ दें।
  • डिस्पोजेबल मास्क न उबालें: कभी भी डिस्पोजेबल मास्क को न उबालें और न ही साफ करें। उसके अंदर ऐसे कई तत्व होते हैं जो धुलाई से खराब हो सकते हैं।

मास्क पहनते समय रखें ध्यान:

  • मास्क को हमेशा नीचे की तरफ से खोलें‚ बाहरी सतह को न छुएं। द मास्क गीला होने पर या हर ६ घंटे में इसे बदलें।
  • मास्क अपनी नाक‚ मुंह और ठोड़ी के ऊपर लगाएं। ध्यान रखें गैप न हो और मुंह में ठीक से फिट हो।
  • प्रयोग हो चुके मास्क को किटाणुरहित करके बंद कूड़े दान में डालें।
  • मास्क को गर्दन पर लटकता हुआ न छोड़ें।
  • मास्क हटाने के बाद हाथों को साबुन या एल्कोहल आधारित हैंड रब से धोएं।


हिमांशु अग्निहोत्री/एसएनबी
नई दिल्ली

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