तुर्किए और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप को लेकर PMO में बैठक हुई जिसके बाद पीएम मोदी के निर्देश पर NDRF की 2 टीमें तुर्किए रवाना हुई हैं।
यह विमान एक बड़े राहत प्रयास का हिस्सा है जो IAF द्वारा अन्य भारतीय संगठनों के साथ किया जाएगा।
तुर्किए और पड़ोसी देश सीरिया में सोमवार (6 फरवरी) को आए 7.8 तीव्रता वाले भूकंप में अब तक 4365 लोगों की मौत दर्ज हो गई है।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भूकंप के बाद तुर्किए और सीरिया में 4365 से अधिक लोग मारे गए जबकि 15000 से अधिक अन्य घायल हुए हैं। वहीं, कहारनमारस के एलबिस्तान जिले में 7।6 तीव्रता का भूकंप महसूस हुआ। लेबनान और सीरिया समेत कई पड़ोसी देशों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
तुर्किए के डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट प्रेसीडेंसी (एएफएडी) के रिस्क रिडक्शन जनरल मैनेजर ओरहान तातार ने कहा कि अनादोलू एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप के कारण 5,606 इमारतें ढह गई हैं। तातार ने कहा कि 6,800 लोगों को मलबे से निकाला गया है।
तुर्किए में सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा
आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्रेसीडेंसी (एएफएडी) की ओर से कहा गया, लगभग 9700 बचाव कर्मी क्षेत्र में काम कर रहे हैं। तुर्किए के स्वास्थ्य मंत्री कोका ने कहा कि पर्याप्त संख्या में टीमें आपदा क्षेत्रों में काम कर रही हैं और उनकी खोज और बचाव और स्वास्थ्य सेवाएं जारी हैं।
तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने कहा कि कई दक्षिणी प्रांतों में भूकंप आने के बाद तुर्किए सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा करेगा।
स्पेन ने भी बढ़ाया मदद का हाथ
स्पेन भी सीरिया के भूकंप प्रभावित लोगो की मदद के लिए आगे आया। मलबे में फंसे लोगों की तलाश के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित
इजरायल करेगा मदद
इजरायल ने भी तुर्किेए के लिए मदद का हाथ बढ़ाया। रेस्क्यू टीम तुर्किए के लिए रवाना हुई।
अमेरिका करेगा मदद
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तुर्किए और सीरिया में भूकंप से तबाही पर दुख जताते हुए कहा, प्रभावित क्षेत्रों में मदद पहुंचाएंगे।
समयलाइव डेस्क/एजेंसियां नई दिल्ली |
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