महिलाओं की मुश्किल हुई आसान, आ गया यूनिसेक्स पीपीई 'नारी कवच कोविड-19'

June 25, 2020

आगरा के एक फैशन डिजाइनर अनुपम गोयल ने गुजरात के सूरत स्थित एक स्टूडियो फैशनोवा की टीम के साथ मिलकर कोविड-19 योद्धाओं के लिए पहला यूनिसेक्स पीपीई लॉन्च किया है।

अनुपम ने बताया, पीपीई 'नारी कवच कोविड-19' को महिला स्वास्थ्य कर्मियों और डॉक्टरों द्वारा आराम से पहना जा सकता है।

गोयल ने कहा कि साड़ी हमेशा भारतीय संस्कृति और विरासत का एक अभिन्न हिस्सा रही है। "भारत में इसकी लोकप्रियता इस तथ्य से देखी जा सकती है कि साड़ी महिलाओं द्वारा दिन-प्रतिदिन के काम में और लगभग सभी अवसरों पर पहनी जाती है। जब हम भारतीय महिलाओं के पहनावे की बात करते हैं, तो साड़ी सभी परिधानों में सबसे लोकप्रिय है। और एक भारतीय महिला के वार्डरोब में जरूर होना चाहिए।"

उन्होंने कहा कि भारत में, महिलाएं स्वास्थ्य कार्यबल का एक बड़ा हिस्सा हैं। भारत में महिला डॉक्टरों और नर्सों की संख्या बहुत बड़ी है। वे कोविड-19 के खिलाफ इस लड़ाई में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इनमें से अधिकांश महिलाएं काम पर साड़ी पहनना पसंद करती हैं।

हालांकि, कोविड-19 महामारी आने के बाद भारत में साड़ी पहनने वाली महिलाओं को ड्यूटी के घंटों के दौरान पीपीई को पहनना बोझिल और अत्यधिक असुविधाजनक लग रहा था, क्योंकि इन्हें साड़ियों पर नहीं पहना जा सकता था। पीपीई किट के लेग प्रोटेक्शन स्लीव्स भी साड़ी के लिए उपयुक्त नहीं थे।

गोयल ने कहा कि कुछ समय पहले, केरल में राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने महिला अस्पताल के कर्मचारियों के ड्रेस कोड में एक बदलाव किया था, जिससे उनके लिए पैंट या स्ट्रेट लेग कुर्ता सूट पहनना अनिवार्य हो गया।

उन्होंने कहा कि इस समस्या को अब हमारे अनोखे डिजाइन ने सुलझा लिया है। फैशनोवा डिजाइन स्टूडियो के एसोसिएट डिजाइनर, सौरव मंडल एक बहुत ही अनोखे पीपीई सूट के साथ आए हैं जिसे साड़ी के ऊपर पहना जा सकता है।

यह सूट भारतीय महिला डॉक्टरों और नर्सों के आराम को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, जो उन्हें 99 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान करता है। इसे भारत में सिट्रा (साउथ इंडिया टेक्सटाइल रिसर्च एसोसिएशन) जैसे कई स्वास्थ्य संगठनों द्वारा अनुमोदित किया गया है और इन समयों के दौरान उपयोग करने के लिए पूरी तरह से फिट है। यह सूट एक अतिरिक्त लेयर प्रदान करता है जिसे साड़ी के साथ टक किया जा सकता है। एक इनबिल्ट पॉकेट साड़ी के पल्लू का ख्याल रखती है। इसमें इनर की तरह एक ट्राउजर होता है जिसे साड़ी के अंदर पहनना होता है।

इस प्रकार, भारतीय महिला स्वास्थ्यकर्मी अब कोविड-19 रोगियों की देखभाल करते हुए अपनी पसंदीदा पोशाक पहन सकती हैं।


आईएएनएस
आगरा

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