दिल्ली हिंसा : हालात काबू में, दंगों में मरने वालों की संख्या पहुंची 38, जांच अपराध शाखा को, दो SIT गठित

February 28, 2020

राजधानी के उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में हुई हिंसा के बाद बृहस्पतिवार को तनावपूर्ण शांति रही। पुलिस ने दावा किया कि किसी भी इलाके से आगजनी की कोई खबर नहीं मिली।

पिछले 24 घंटों में 11 और मौतों के बाद हिंसा में मरने वाले लोगों की संख्या 38 तक पहुंच गई है। सुबह के समय गगन विहार-गोकुलपुरी नाले से दो शव निकाले गए। अभी 30 से अधिक घायलों की हालत गंभीर है। पुलिस उपद्रव करने के आरोप में अब तक 130 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि अन्य आरोपियों की पहचान कर उन्हें दबोचने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। 
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में रविवार से ही रह-रहकर हो रही हिंसा के बाद बृहस्पतिवार को स्थानीय लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली। इस जिले के हिंसाग्रस्त इलाकों में पुलिस की ओर से अघोषित कर्फ्यू लगा है लेकिन बृहस्पतिवार को बेहतर हालात को देखते हुए पुलिस ने सुबह के समय इस कर्फ्यू में छूट दी। इसके बाद स्थानीय लोगों ने घरों से बाहर निकलकर जरूरी सामान खरीदा। दंगे के बाद जो लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर दूसरे सुरक्षित इलाकों में चले गए थे वे लोग भी अपने घरों में वापस आने लगे हैं। इस बीच अदालत से फटकार के बाद पुलिस ने भी जिले में शांति बहाल रखने के लिए एड़ी-चोटी लगा दी है।

सीपी लॉ एंड ऑर्डर ने किया हिंसा प्रभावित इलाकों का मुआयना : बृहस्पतिवार को दिनभर नव नियुक्त स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर एसएन श्रीवास्तव ने हिंसा प्रभावित इलाकों का मुआयना किया। उनके साथ कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। हिंसा प्रभावित वाले इलाकों में पुलिस ने सुबह से ही अमन कमेटी के साथ मिलकर इलाके के प्रबुद्ध लोगों के साथ बैठकेंकी और आमजनों से शांति बहाल किए जाने में मदद मांगी। इस बीच हथियारबंद जवानों ने मौजपुर, सीलमपुर, मौजपुर, घोंडा चौक, करावल नगर रोड समेत कई इलाकों में फ्लैग मार्च किया। पुलिस का कहना है कि हिंसा से समान्य जीवन में लौटने के लिए लगातार धार्मिंक स्थलों से शांति बनाए रखने के लिए ऐलान भी करवाया जा रहा है। हालांकि नूरे-ए-इलाही, ब्रrापुरी रोड, शिवविहार, बृजपुरी, चमन पार्क और शिव विहार तिराहे में अभी तनाव है। पुलिस के वरिष्ठ अफसरों का कहना है कि पूरे जिले की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की 50 कंपनियों को तैनात किया गया है और इसमें बीएसएफ, एसएसबी, सीआरपी, आईटीबीपी, आरएएफ के अलावा दिल्ली पुलिस के जवान शामिल हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच को लगातार सतर्क रहने को कहा गया है। किसी भी सूचना पर तुरंत अलर्ट रहने के आदेश दिए गए हैं। पूरे मामले की रिपोर्ट को गृह मंत्रालय को भी भेजी गई है ताकि आवश्यकता पड़ने पर तत्काल जरूरी कदम उठाए जा सके।
हिंसा की जांच के लिए दो एसआईटी गठित : पुलिस ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगों की जांच अपराध शाखा को सौंप दी है और मामलों की जांच के लिए दो विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की हैं। इस मामले में पुलिस ने अब तक 48 प्राथमिकी दर्ज की हैं। टीमों का नेतृत्व दो पुलिस उपायुक्त जॉय टिर्की और राजेश देव करेंगे। इन टीमों में सहायक पुलिस आयुक्त रैंक के चार अधिकारी भी होंगे और जांच की निगरानी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त बीके सिंह करेंगे।

 


सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली

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