रूस के यूक्रेन पर हमला करने की आशंका से वैश्विक बाजार में हाहाकार, सेंसेक्स में दो महीने बाद सबसे बडी गिरावट

January 24, 2022

वैश्विक बाजारों में बड़े पैमाने पर नकारात्मक रुख के बीच विप्रो, बजाज फिनसर्व और इंफोसिस जैसे बड़े शेयरों में गिरावट के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 200 अंक से अधिक टूट गया।

रूस के यूक्रेन पर हमला करने की आशंका से वैश्विक बाजार में आई गिरावट से हतोत्साहित निवेशकों की चौतरफा बिकवाली के कारण आज घरेलू शेयर बाजार में हाहाकार मच गया।

रूस के यूक्रेन पर हमला करने की आशंका से वैश्विक बाजार में आई गिरावट से हतोत्साहित निवेशकों की चौतरफा बिकवाली के कारण आज घरेलू शेयर बाजार में हाहाकार मच गया। बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स दो महीने बाद की सबसे बड़ी 1545.67 अंक की एकदिनी गिरावट लेकर तीन सप्ताह के निचले स्तर 58 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 57,491.51 अंक पर आ गया। इससे पहले सेंसेक्स 26 नवंबर 2021 को 1687.9 अंक लुढ़का था।

नवंबर 2021 को 1687-9 अंक लुढ़का था। वहीं, पिछले वर्ष 30 दिसंबर को यह 57794-32 अंक पर रहा था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 468.05 अंक लुढककर 17,149.10 अंक पर आ गया।

दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी और मझौली कंपनियों में भी जमकर बिकवाली हुई। बीएसई का मिडकैप 382 फीसदी का गोता लगाकर 23,998.73 अंक और स्मॉलकैप 4-43 फीसदी की बड़ी गिरावट लेकर 28,638.23 अंक पर रहा।

रूस और यूक्रेन के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। रूस की ओर से कभी भी हमले की आशंका जताई जा रही है। अमेरिका ने एडवाइजरी जारी कर अपने कर्मचारियों को लौटने का आदेश दिया है। इसके अलावा राजनियकों के परिवारों से भी कहा गया है कि वे कीव छोड़ दें। अमेरिका का कहना है कि रूस की और से सैन्य कार्रवाई का खतर बना हुआ है। ऐसे में सावधानी बरतते हुए पहले ही देश छोड़ देना चाहिए।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट में गया, खबरें हैं कि रूस की ओर से यूक्रेन पर हमला किया जा सकता है। खासतौर पर रूस के नियंत्रण वाले क्रीमि और पूर्वी यूक्रेन में अनिश्चितता की स्थिति है।" वैश्विक स्तर पर बनी इस स्थिति का असर शेयर बाजार पर स्पष्ट देखा। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.96, जर्मनी कडैक्स 1.51 और हांगकांग का हैंगसैंग 1.24 फीसदी लुढ़क गया। हालांकि जापान के निक्केई और चीन के शंघाई कंपोजिट में रिकवरी हुई और ये मामूली बढ़त पर रहे।

निवेशकों की निवेश धारणा कमजोर रहने से बीसई के समूह 19 समूह ढेर हो गए। रियल्टी समूह ने सबसे अधिक 5-94 फीसदी का नुकसान उठाया। इसी तरह बेसिक मैटेरियल्स 4-47, सीडीजीएस 3-99, ऊर्जा 3-52, एफएमर्स 2.41, वित्त 2.35, हेल्थकेयर 2.47, इंडस्ट्रियल्स 3.90, आईटी 3.30, दूरसंचार 2.29, यूटिलिटीज 2.93, ऑटो 2.65, बैंकिंग 1.65, कैपिटल गुड्स 3.28, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 4.14, धातु 5.03. तेल एवं गैस 2.24, पावर 271 टैक समूह के शेयर 3.00 फीसदी तक उतर गये।

शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 233.53 अंक या 0.40 प्रतिशत टूटकर 58,803.65 पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह निफ्टी 73.70 अंक या 0.42 फीसदी गिरकर 17,543.45 पर आ गया।

सेंसेक्स में सबसे अधिक 2.44 प्रतिशत की गिरावट एशियन पेंट्स में हुई। इसके अलावा टेक महिंद्रा, विप्रो, बजाज फिनसर्व, इंफोसिस, एचसीएल टेक और बजाज फाइनेंस भी गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।

दूसरी ओर पावरग्रिड, मारुति, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और भारती एयरटेल में बढ़त देखने को मिली।

पिछले सत्र में सेंसेक्स 427.44 अंक या 0.72 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,037.18 पर बंद हुआ था, जबकि व्यापक एनएसई निफ्टी 139.85 अंक या 0.79 प्रतिशत गिरकर 17,617.15 पर बंद हुआ।

एशियाई बाजारों में हांगकांग, सोल और तोक्यो के बजारों में गिरावट का रुख था, जबकि शंघाई में तेजी देखने को मिली।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.92 प्रतिशत बढ़कर 88.70 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया।

शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को सकल आधार पर 3,148.58 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

 


भाषा/वार्ता
मुंबई

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