भारतीय शेयर बाजार गुरुवार के कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुआ। बाजार के करीब सभी सूचकांकों में बिकवाली देखी गई। मंदी की वजह रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव को माना जा रहा है।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 422 अंक या 0.54 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 77,155 और निफ्टी 168 अंक या 0.72 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,349 पर था।
बाजार का रुझान नकारात्मक था। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 1235 शेयर हरे निशान में, 2,735 शेयर लाल निशान में और 95 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए।
लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी गिरावट देखी गई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 162 अंक या 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 54,385 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 80 अंक या 0.46 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 17,596 पर बंद हुआ।
गिरावट का सबसे अधिक असर ऑटो, पीएसयू बैंक, फिन सर्विस, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल और एनर्जी इंडेक्स में देखा गया। आईटी, रियल्टी और प्राइवेट बैंक इंडेक्स ही हरे निशान में बंद हुए।
सेंसेक्स पैक में पावर ग्रिड, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचसीएल टेक, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक और इन्फोसिस टॉप गेनर्स थे। एसबीआई, एनटीपीसी, आईटीसी, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्री, इंडसइंड बैंक, टाइटन, टाटा मोटर्स और एचयूएल टॉप लूजर्स थे।
शेयरखान में रिसर्च एनालिस्ट, जतिन गेडिया ने कहा कि कारोबारी सत्र में निफ्टी गैप डाउन के साथ खुला और एक सीमित दायरे में कारोबार करने के बाद 160 से अधिक अंक नीचे बंद हुआ है। इसके साथ ही निफ्टी ने 23,350 का अहम स्तर तोड़ दिया है और अब 23,180 की ओर बढ़ रहा है। तेजी की स्थिति में 23,500 एक अहम रुकावट का स्तर है।
गेडिया ने आगे कहा कि बैंक निफ्टी ने गुरुवार को 49,800 के 200 मूविंग एवरेज को छुआ है। हालांकि, वहां से रिकवरी देखने को मिली और यह 253 अंक नीचे ही बंद हुआ है। बैंक निफ्टी के लिए 50,000 से लेकर 49,800 एक अहम सपोर्ट जोन होने वाला है। वहीं, रुकावट का स्तर 50,900 से लेकर 51,000 है।
आईएएनएस मुंबई |
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