
घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख और अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता को लेकर आशावाद के चलते बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 25 पैसे बढ़कर 87.84 (अस्थायी) पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि बुधवार को लगातार चौथे सत्र में भारतीय रुपया मजबूत हुआ और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद के बीच अमेरिकी मुद्रा में व्यापक कमजोरी के कारण ढाई सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
उन्होंने कहा कि निवेशक फेडरल रिजर्व के नीतिगत फैसले पर कड़ी नज़र रख रहे हैं क्योंकि वैश्विक स्तर पर डॉलर में नरमी रुपये को मजबूती दे रही है।
बाजार को ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती की उम्मीद है, और निवेशक आगे के दिशा के लिए फेडरल रिजर्व के चेयरमैन के भाषण पर नज़र रखेंगे।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, रुपया 87.84 पर खुला, यह 87.71 से 87.86 के दायरे में घूमता रहा। कारोबार के अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 25 पैसे की बढ़त के साथ 87.84 (अस्थायी) पर बंद हुआ।
मंगलवार को रुपया, अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले सात पैसे बढ़कर 88.09 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के मुद्रा एवं जिंस शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘एफओएमसी बैठक के फैसले से पहले डॉलर में लगातार कमजोरी के बीच हमें उम्मीद है कि रुपया और मजबूत होगा। बाजार प्रतिभागी 0.25 प्रतिशत की कटौती की उम्मीद कर रहे हैं।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘किसी भी नरम रुख वाली टिप्पणी से अमेरिकी डॉलर में नई गिरावट आ सकती है और वैश्विक जोखिम धारणा में और सुधार हो सकता है।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.16 प्रतिशत बढ़कर 96.78 पर पहुंच गया।
वैश्विक तेल मानक, ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.66 प्रतिशत की गिरावट के साथ 68.02 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर, सेंसेक्स 313.02 अंक चढ़कर 82,693.71 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 91.15 अंक बढ़कर 25,330.25 पर रहा।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को शुद्ध आधार पर 308.32 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा मुंबई |
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