
एक्टर इमरान जाहिद की फिल्म 'अब दिल्ली दूर नहीं' एक ऐसे लड़के की कहानी है, जो आईएएस अफसर बनने कि लिए बिहार से दिल्ली आता है और फिर कई कठिनाइयों का सामना करते हुए अपने सपने को पूरा करता है।
फिल्म: अब दिल्ली दूर नहीं
रिलीज़: थियेटर
डायरेक्टर: कमल चंद्र , लेखक : दिनेश गौतम
कलाकार: इमरान ज़ाहिद, श्रुति सोढी, सत्यकाम आनंद, राजीव मिश्रा, महेश भट्ट (मेहमान भूमिका)
रेटिंग: 3.5 Star
‘अब दिल्ली दूर नहीं’ यूपीएसएसी का एग्जाम देकर आईएएस और आईपीएस बनने का सपना देखने वाले लाखों युवाओ की कहानी से प्रभावित है। गांव, कस्बों और छोटे शहरों से हजारों छात्र आईएएस और आईपीएस बनने का सपना लेकर लाखो युवा बड़े शहरों में आते हैं। कई तो बड़े शहर के चकाचौंध में फंस कर रह जाते हैं, और कई इससे आगे निकलकर अपने सपनों को पूरा करने में सफल होते है। ऐसे ही एक यूवक की कहानी है ‘अब दिल्ली दूर नहीं’।
अब दिल्ली दूर नहीं’ साल 2006 बैच के आईएएस ऑफिसर गोविंद जयसवाल की लाइफ से इंस्पायर है। ये फिल्म अभय के आईएएस बनने के किए गए संघर्ष और उसके सामने आई चुनौतियों पर बेस्ड कहानी है।
फिल्म का हीरो अभय शुक्ला (इमरान जाहिद) बिहार के गरीब किसान का बेटा है जो अपने घर की गरीबी दूर करने और माता-पिता के सपने को पूरा करने के लिए पहली बार दिल्ली आता है। उसके लिए यहां की दुनिया नई है। यहां वो कई तरह के अच्छे बुरे अनुभवों से गुजरता हैं।
यहां उसे मकान मालिक की बेटी नीयति (श्रुति सोढी) से प्यार हो जाता है। फिल्म में नियति और अभय की लव स्टोरी को भी बखूबी दिखाया गया है। इसके बाद अभय की जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव आता है। लेकिन उसे जल्दी ही एहसास होता है कि नीयति ने उसके साथ केवल खिलवाड़ किया है। वो उससे नफरत करने लगता है। उस समय अभय जीवन से ही निराश हो जाता है और अपने मिशन से भटकने लगता है। फिल्म में आरक्षण जैसे मुद्दे को भी दिखाया है। लेकिन अपनी लगन और दृढ़ इच्छाशक्ति से वह आखिरकार कैसे यूपीएएसी क्वालीफाई कर लेता है और आईएएस बनता है, इसके लिए पूरी फिल्म देखने लायक है।
फिल्म में अभय का किरदार एक्टर इमरान जाहिद ने निभाया है जो कमाल के कलाकार हैं। फिल्म अब दिल्ली दूर नहीं में इमरान जाहिद ने अभय शुक्ला के चरित्र और कहानी को जीवंत बना दिया है। खास बात ये है कि जाहिद भी बिहार से आते हैं। जिसकी वजह से ऐसा मालूम पड़ता है कि चरित्र को निभाते हुए वे उसी में रच-बस गए हैं। और वे एकदम नेचुरल लगती है। फिल्म में इमरान के अपोटिज श्रुति सोढ़ी हैं। पंजाबी फिल्मों में श्रुति पहले भी नज़र आ चुकी हैं।
इस फिल्म की एक और खास बात ये भी है कि फिल्म का कॉस्ट्यूम तिहाड़ जेल के कैदियों ने डिजाइनर विंकी सिंह की देखरेख में तैयार की है। फिल्म 12 मई 2023 को थिएटर्स में रिलीज हो गई है और दर्शक इसे पसंद भी कर रहे हैं।
फिल्म के डायरेक्टर कमल चंद्रा हैं, जिन्होंने फिल्म की कहानी को बड़ी ही रोचक अंदाज में पेश किया है। दिनेश गौतम की पटकथा चुस्त और संवाद भी कमाल के हैं। फिल्म के को राइटर मोनाजिर आलम हैं जिकी ये दूसरी फिल्म है। इससे पहले मोनाजिर की बतौर लेखक पहली फिल्म मार्कशीट थी। इस फिल्म में डायरेक्टर और राइटर का तालमेल बखूबी उभर कर आया है।
समय लाइव डेस्क नई दिल्ली |
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