दिग्गज फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल का अंतिम संस्कार आज होगा। अंतिम दर्शन के लिए बेनेगल का पार्थिव शरीर पेडर रोड स्थित उनके घर पर रखा जाएगा।
अंतिम यात्रा दोपहर 12 बजे के बाद निकाली जाएगी। दादर के शिवाजी पार्क स्थित श्मशान में बेनेगल को दोपहर 2 बजे अंतिम विदाई दी जाएगी।
फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल का सोमवार को 90 साल की उम्र में निधन हो गया। 14 दिसंबर को ही उन्होंने 90वां जन्मदिन मनाया था।
श्याम बेनेगल के निधन पर फिल्म जगत के साथ ही राजनीतिक जगत के भी तमाम दिग्गजों ने शोक जताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी समेत अन्य दिग्गजों ने दुख जताते हुए बेनेगल के निधन को अपूरणीय क्षति बताया।
बेनेगल को नए दौर की फिल्मों के लिए याद किया जाता है। उन्होंने ‘अंकुर’, ‘निशांत’, ‘मंथन’ और भूमिका जैसी फिल्में बनाई थी। फिल्म निर्माता को सरकार ने 1976 में पद्मश्री और 1991 में पद्म भूषण सम्मान से नवाजा था। साल 2007 में उन्हें भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया था।
उन्होंने 1980 के दशक के मध्य में दूरदर्शन के लिए धारावाहिक 'यात्रा', 'कथा सागर' और 'भारत एक खोज' भी बनाई थी। वह इकलौते फिल्म निर्देशक थे, जिन्होंने सर्वश्रेष्ठ हिंदी फीचर फिल्म के लिए पांच बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था।
इसके अलावा श्याम बेनेगल को साल 2012 में साउथ एशियन सिनेमा फाउंडेशन के एक्सीलेंस इन सिनेमा अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। उनको भारतीय सिनेमा में उल्लेखनीय योगदान के लिए यह पुरस्कार लंदन में दिया गया था।
उन्होंने फिल्मों के अलावा डॉक्यूमेंट्री, टेलीविजन धारावाहिक और शॉर्ट फिल्में भी बनाई थी। इसमें 'नेहरू' (1985) और 'सत्यजित राय, फिल्मकार' को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला। टेलीविजन धारावाहिक में 'यात्रा' (1986), कथासागर (1986), भारत एक खोज (1988) और शॉर्ट फिल्मों में 'घर बैठा गंगा' (1962), 'पूवनम' (1969), 'फ्लॉवर गार्डन' (1969), 'हीरो' (1975) शामिल हैं।
आईएएनएस मुंबई |
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