
अधिकारियों के मुताबिक पंजाब के अमृतसर में पॉड टैक्सी योजना के लिए कम्पनी के साथ अनुबंध किया जा चुका है. इसके अलावा गुड़गांव में भी पॉड टैक्सी चलाने को लेकर डीपीआर तक बना लेकिन कुछ वजहों से अब तक यह योजना वहां शुरू नहीं हो पाई. अगर चार किमी. लम्बा ट्रैक बनेगा तो परियोजना पर निर्माण का खर्च करीब 260 करोड़ रुपए का आएगा. ट्रैक, कमांड सेंटर और रोलिंग स्टॉक पर प्रतिकिमी 65 करोड़ रुपए का खर्च आएगा. इसके बाद इसकी ऑपरेशनल कॉस्ट 6 से 7 रुपए प्रति व्यक्ति प्रति किमी आएगी ‘कम्पनी के मुताबिक अगर ट्रैक पांच किमी’ से अधिक होगा तो इसकी लागत व ऑपरेशन कॉस्ट में कमी आएगी. ज्यादा लम्बा ट्रैक बनने पर इसकी लागत घटकर 50 करोड़ रुपए प्रति किमी व ऑपरेशन कॉस्ट प्रति व्यक्ति प्रति पांच किमी रुपए रह जाएगी. प्राधिकरण इस योजना को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत बनाना चाहता है. इससे प्राधिकरण पर कम बोझ पड़ेगा. प्राधिकरण के एसीईओ वीके पवार ने बताया कि पॉड टैक्सी से सभी मॉल्स, मार्केट व पब्लिक प्लेस मसलन हॉस्पिटल व मेट्रो स्टेशन भी जुड़ेंगे. ऐसे में पार्किग की समस्या से जूझ रहे निजी संस्थानों को सीधा फायदा मिलेगा. हमारी योजना है कि जिन संस्थानों व मॉल्स को इस योजना से फायदा मिले उन्हें भी जोड़ा जाए ‘इस योजना के अंतिम चरण तक शहर में 20 किमी’ लम्बा ट्रैक बनाया जाएगा. इससे शहर के सभी मॉल्स डीएलएफ, जीआईपी, सेंटर स्टेज, सिटी सेंटर, सेक्टर-18 व कई हॉस्पिटल्स भी जुड़ेंगे.
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