22 जनवरी 2024 के ऐतिहासिक दिन श्रीरामलला के अपने दिव्य-भव्य मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के उपरांत दीपोत्सव मनाया गया। प्रभु के भक्त संकटमोचक हनुमानगढ़ी मंदिर के सामने भी भक्ति में लीन अवधपुरी में आयोजन अद्वितीय हो गया। सभी के मन में इस बार अलग ही उमंग, उत्साह और उल्लास रहा, क्योंकि, 500 वर्षों का संघर्ष समाप्त हो गया।
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