
हरमनप्रीत सिंह ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ शतकीय पारी में जब छक्के लगाये तो वह मनोरंजन के लिये नहीं थे बल्कि आने वाले समय में भारतीय महिला क्किेट के दबदबे की दस्तक थी. महिला क्रिकेटरों ने साबित कर दिया कि लंबे समय तक प्रशासनिक उदासीनता झेलने के बावजूद वे सिर्फ नाम के लिये विश्व कप खेलने नहीं उतरी हैं बल्कि उनके इरादे आसमान छूने के हैं. भारत के पास अब कई दमदार स्ट्रोक्स खेलने वाली खिलाड़ी हैं और पिछले चार दशक में ऐसा पहली बार देखने को मिला है.
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