संयुक्त राष्ट्र महासभा की घोषणा के अनुसार साइकिल की विशेषता और बहुमुखी प्रतिभा को पहचानने के लिए 3 जून को अंतर्राष्ट्रीय विश्व साइकिल दिवस मनाया जा रहा है। कहा गया है कि शहरवासी अपने आसपास की दूरी तय करने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करें, तो इससे प्रतिदिन सैकड़ों लीटर पेट्रोल की खपत कम होगी। वहीं शहर का प्रदूषण स्तर भी कम होगा। साथ ही जो लोग साइकिल चलाते हैं, उनका मानना है कि इससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी होता है और सुरक्षित रहते हैं। ग्रीन शक्ति फाउंडेशन के संस्थापक प्रताप चांदनानी, जो साइक्लिंग भी करते हैं, उन्होंने आईएएनएस को बताया, "साइकिल चलाकर हम पर्यावरण को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि कई गंभीर बीमारी से भी लड़ सकते हैं। खासतौर पर कोविड-19 से, क्योंकि जिसका इम्यून सिस्टम अच्छा होगा, उसको इस बीमारी का खतरा कम रहता है। साइकिलिंग से शरीर का हीमोग्लोबिन भी बढ़ता है। साइकिल चलाने वाले पुरुषों में हीमोग्लोबिन की मात्रा 14 से 17 ग्राम प्रति 100 मिलीलीटर रक्त होती है और महिलाओं में 13 से 15 ग्राम प्रति 100 मिलीलीटर रक्त होती है।"
Tweet