
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब में अपने संबोधन में नए परमाणु समझौते के लिए ईरान से ‘नया और बेहतर रास्ता’ अपनाने का आग्रह किया। हालांकि, उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर ऐसा नहीं होता तो अमेरिका अपनी ओर से पूरा दबाव बनाएगा।
ट्रंप ने अमेरिका-सऊदी निवेश सम्मेलन में कहा कि वह तेहरान के साथ संघर्ष से बचना चाहते हैं, लेकिन समय बीतता जा रहा है और ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम में तेजी से प्रगति कर रहा है।
ट्रंप ने कहा, “जैसा कि मैंने बार-बार दिखाया है, मैं पिछले संघर्षों को समाप्त करने और एक बेहतर व अधिक स्थिर दुनिया के लिए नई साझेदारी बनाने के लिए तैयार हूं, भले ही हमारे मतभेद कितने ही गहरे क्यों न हों।”
उन्होंने कहा, “अगर ईरान का शीर्ष नेतृत्व इस शांति प्रस्ताव को अस्वीकार करता है, तो हमारे पास उस पर अत्यधिक दबाव डालने और ईरानी तेल निर्यात को शून्य करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।”
ट्रंप ने मंगलवार को सऊदी अरब की राजधानी रियाद का दौरा कर पश्चिमी एशिया की अपनी चार दिवसीय यात्रा की शुरुआत की।
इससे पहले ट्रंप ने ईरान को अपना परमाणु कार्यक्रम रोकने के वास्ते राजी करने के उद्देश्य से चौथे दौर की वार्ता के लिए ईरानी अधिकारियों से मिलने अपने विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को भेजा था।
ट्रंप ने अपने भाषण में यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सऊदी अरब जल्द ही अब्राहम समझौते में शामिल होगा और ‘अपने समय में’ इजराइल को मान्यता देगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति मंगलवार को सऊदी अरब पहुंचे और उन्होंने युवराज मोहम्मद बिन सलमान से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म कराने, गाजा में युद्ध समाप्त कराने और तेल की कीमतों को नियंत्रण में रखने के अमेरिका के प्रयासों को लेकर बातचीत की।
ट्रंप सऊदी अरब की राजधानी के किंग खालिद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अपने एयर फोर्स वन विमान से उतरे और उनकी पश्चिम एशिया की यात्रा शुरू हुई। इस दौरान युवराज सलमान ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
इसके बाद दोनों नेता रियाद हवाई अड्डे पर एक बड़े हॉल में गए, जहां ट्रंप और उनके साथ आए लोगों को परंपरागत अरेबिक कॉफी परोसी गई।
ट्रंप का एयर फोर्स वन विमान जब रियाद पहुंचा, तो रॉयल सऊदी एयर फोर्स के एफ-15 विमानों ने उसे ‘एस्कॉर्ट’ किया।
ट्रंप और युवराज सलमान रॉयल कोर्ट में दोपहर के भोज में शामिल हुए, जिसमें मेहमान और सहयोगी भी शामिल हुए।
इस समारोह में अनेक उद्यमियों को भी आमंत्रित किया गया, जिनमें ब्लैकस्टोन ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) स्टीफन श्वार्जमैन, ब्लैकरॉक के सीईओ लैरी फिंक और टेस्ला तथा स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क शामिल हैं।
सऊदी अरब के निवेश मंत्री खालिद अल-फालिह ने कहा, ‘‘जब सऊदी और अमेरिकी मिलते हैं, तो बहुत अच्छी चीजें होती हैं। ऐसा अकसर नहीं होता, लेकिन बड़ी चीजें होती हैं।’’
ट्रंप ने अपने इस कार्यकाल में पहले पड़ाव के तौर पर सऊदी अरब को चुना, क्योंकि उसने अमेरिका में बड़े निवेश करने का फैसला किया है। हालांकि, उन्हें पिछले महीने पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए इटली जाना पड़ा।
उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में भी पहली यात्रा के लिए रियाद को चुना था।
इस यात्रा में उनका कार्यक्रम सऊदी अरब के बाद कतर और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जाने का है। इन सभी जगहों पर ट्रंप के दो बड़े बेटों द्वारा संचालित ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन बड़ी रियल एस्टेट परियोजनाओं का निर्माण कर रहा है। इनमें जेद्दाह में एक बहुमंजिला टावर, दुबई में एक लक्जरी होटल और कतर में एक गोल्फ कोर्स तथा विला कॉम्प्लेक्स शामिल हैं।
अमेरिकी प्रशासन ने कहा कि वह इस यात्रा का उपयोग इस सप्ताह के अंत में सऊदी अरब के साथ-साथ कतर और संयुक्त अरब अमीरात की सरकारों के साथ आर्थिक समझौते शुरू करने के लिए करना चाहता है।
एपी रियाद |
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