
पीएम मोदी दो जुलाई से नौ जुलाई तक घाना‚ त्रिनिदाद और टोबैगो‚ अर्जेंटीना‚ ब्राजील और नामीबिया की यात्रा पर जाएंगे। इस दौरान वह घाना‚ नामीबिया और त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद के विदेश सत्रों को संबोधित करेंगे।
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विदेश दौरे को लेकर मंगलवार को आरोप लगाया कि वह मणिपुर हिंसा समेत देश को आंदोलित करने वाले प्रमुख मुद्दों से भाग रहे हैं।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री की पांच देशों की विदेश यात्रा शुरू होने से पहले उन पर निशाना साधा।
रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "जब हालात कठिन हो जाते हैं, तो स्व-घोषित कठिनाइयां भी बढ़ जाती हैं। "सुपर प्रीमियम फ़्रीक्वेंट फ़्लायर" प्रधानमंत्री पांच देशों की आठ दिवसीय यात्रा पर हैं।" उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री देश को आंदोलित करने वाले कम से कम चार मुद्दों से भाग रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, "मणिपुर में डबल इंजन के पटरी से उतरने और सामान्य जनजीवन पूरी तरह से तबाह होने के बाद से (प्रधानमंत्री ने) कभी वहां का दौरा नहीं किया।"
रमेश ने दावा किया कि रक्षा अधिकारियों का खुलासा चौंकाने वाला है कि प्रधानमंत्री के फैसलों के कारण 'ऑपरेशन सिंदूर' के पहले दो दिनों में भारत को हार का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगातार दावा किया गया कि उन्होंने व्यापार समझौते का उपयोग करके भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराया। 70 दिनों के बाद भी पहलगाम हमले के आतंकवादियों को न्याय के कटघरे में नहीं लाया जा सका है।’’
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ब्राजील में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने और ‘ग्लोबल साउथ’ के कई प्रमुख देशों के साथ भारत के संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए दो जुलाई से पांच देशों की यात्रा करेंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस आठ दिवसीय यात्रा के दौरान मोदी ब्राजील के अलावा घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया भी जाएंगे।
विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) दामू रवि ने कहा‚ प्रधानमंत्री 2-3 जुलाई को घाना का दौरा करेंगे। यह यात्रा 30 वर्षों के बाद हो रही है।
राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा ने अभी–अभी भारी जीत के बाद पदभार संभाला है। घाना के साथ भारत के संबंध ऐतिहासिक हैं। हमारे संबंधों के कई दशकों के दौरान‚ यह बहुआयामी रहा है। दोनों देश अपने आर्थिक सहयोग को बढावा देने की दिशा में काम करेंगे। भारत और घाना के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग तीन अरब डॉलर है‚ मुख्य रूप से बड़े सोने के आयात के कारण।
इस यात्रा के दौरान कृषि‚ पश्चिम अफ्रीका में टीका विकास केंद्र‚ रक्षा सहयोग‚ महत्वपूर्ण खनिज और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। कुछ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
सचिव (दक्षिण) नीना मल्हात्राा ने कहा‚ प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर के निमंत्रण पर मोदी 3-4 जुलाई‚ 2025 से त्रिनिदाद और टोबैगो गणराज्य की आधिकारिक यात्रा करेंगे। यह मोदी की प्रधानमंत्री के रूप में त्रिनिदाद और टोबैगो की पहली यात्रा है‚ और 1999 के बाद से किसी भारतीय प्रधानमंत्री की त्रिनिदाद और टोबैगो की पहली द्विपक्षीय यात्रा है।
रवि ने कहा‚ सत्रहवां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन छह और सात जुलाई को रियो‚ ब्राजील में हो रहा है। रियो शिखर सम्मेलन का विषय ‘समावेशी और सतत शासन के लिए वैश्विक दक्षिण सहयोग को मजबूत करना'है। भारत अगले साल ब्रिक्स की अध्यक्षता करेगा।
सचिव (पूर्व) पी. कुमारन ने कहा‚ प्रधानमंत्री की यात्रा का ब्रिक्स शिखर सम्मेलन खंड 6-7 जुलाई को होगा और द्विपक्षीय यात्रा खंड आठ जुलाई को होगा। राजकीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री राष्ट्रपति लूला के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। नवीकरणीय ऊर्जा‚ कृषि अनुसंधान और सुरक्षा सहयोग पर द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। मोदी चार जुलाई को आधिकारिक यात्रा पर अर्जेंटीना का दौरा कर रहे हैं। दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए आर्थिक और व्यापारिक हितों पर बातचीत करेंगे।
रवि ने कहा‚‘प्रधानमंत्री नौ जुलाई को नामीबिया का दौरा करेंगे। यह यात्रा महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 27 वर्षों के बाद आती है। यह व्यापार 60 करोड़ डॉलर का है‚ जो मामूली रूप से भारत के पक्ष में है। इसमें 80 करोड़ डॉलर का निवेश किया गया है। भारत ने नामीबिया से कुछ चीता लिए थे और कुनो राष्ट्रीय उद्यान में फिर से बसा हुआ था। दोनों देशों के बीच एकीकृत भुगतान अंतरसंचालनीयता प्रौद्योगिकी समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। नामीबिया प्राकृतिक संसाधनों और खनिजों से भरपूर है। इसमें यूरेनियम‚ तांबा‚ कोबाल्ट‚ बड़ी संख्या में दुर्लभ खनिजों‚ लिथियम‚ ग्रेफाइट के प्राकृतिक संसाधन हैं।
भाषा नई दिल्ली |
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