
Monsoon Session 2025: ऑपरेशन सिंदूर को क्रूरतम पहलगाम आतंकी हमले की सोची समझी सटीक प्रतिक्रिया करार देते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि यह अब भारत की नई नीति का आधार बन गया है।
जयशंकर ने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के साथ संघर्षविराम को लेकर किसी भी तीसरे पक्ष की ओर से कोई मध्यस्थता नहीं हुई। विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा कि इस सैन्य कार्रवाई को रोकने का व्यापार से कोई संबंध नहीं था।
जयशंकर ने राज्यसभा में पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के मजबूत, सफल एवं निर्णायक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए यह भी कहा कि भारत ने बरसों बरस आतंकवाद का दंश सहा है और ऑपरेशन सिंदूर से हमने लक्ष्य हासिल किए।
उच्च सदन में यह चर्चा मंगलवार को शुरू हुई थी। विदेश मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच 22 अप्रैल से 16 जून के बीच फोन पर कोई बातचीत नहीं हुई।
विपक्ष सरकार पर यह आरोप लगा रहा है कि अमेरिका की मध्यस्थता और व्यापारिक दबाव के कारण भारत ने सैन्य अभियान रोका।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भी भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम कराने का दावा किया है। जयशंकर ने कहा, भारत अब सीमा पार से आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा।
समयलाइव डेस्क नई दिल्ली |
Tweet