सोने में 3,400 रुपये की बड़ी गिरावट, अमेरिका-चीन व्यापार समझौते से मांग घटी

May 12, 2025

अमेरिका द्वारा चीन के आयात पर शुल्क वृद्धि को 90 दिन तक रोकने की घोषणा के बाद कारोबारियों ने सुरक्षित निवेश विकल्प यानी सोने से हटकर खरीदारी की, जिससे राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने की कीमत 3,400 रुपये की भारी गिरावट के साथ 96,550 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई।

अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना सोमवार को 3,400 रुपये गिरकर 96,100 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। यह 23 जुलाई, 2024 को सोने की कीमतों में 3,350 रुपये की गिरावट के बाद से 10 माह की सबसे बड़ी गिरावट है।

शनिवार को 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 99,950 रुपये और 99,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के उपाध्यक्ष (जिंस) राहुल कलंत्री ने कहा, ‘‘अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता में प्रगति के संकेत और भारत-पाकिस्तान सहित भू-राजनीतिक तनाव में कुछ राहत के बीच सोने की कीमतों में भारी गिरावट आई है।’’

साथ ही, चांदी की कीमतें शनिवार के बंद भाव 99,900 रुपये प्रति किलोग्राम से 200 रुपये टूटकर 99,700 रुपये प्रति किलोग्राम रह गईं।

सप्ताहांत में जिनेवा में व्यापार वार्ता के बाद, अमेरिका ने चीनी वस्तुओं पर अपनी 145 प्रतिशत शुल्क दर को घटाकर 30 प्रतिशत करने पर सहमति व्यक्त की, जबकि चीन ने 90 दिन की अवधि के लिए अमेरिकी वस्तुओं पर अपनी दर को घटाकर 10 प्रतिशत करने पर सहमति व्यक्त की।

 इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती मापने वाला, डॉलर इंडेक्स 1.42 प्रतिशत बढ़कर 101.76 पर कारोबार कर रहा है।

एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषण विभाग के उपाध्यक्ष (जिंस और मुद्रा) जतिन त्रिवेदी के अनुसार, रूस और यूक्रेन के बीच संभावित संघर्ष विराम के संकेतों और भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने को लेकर सहमति बनने से भू-राजनीतिक तनाव कम हुआ है।

त्रिवेदी ने कहा कि इन घटनाक्रमों से सोने में भारी मुनाफावसूली हुई, जो पहले वैश्विक अनिश्चितता के कारण चढ़ गया था।

शेयर बाजारों में मजबूत तेजी ने भी सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की अपील को प्रभावित किया।

वैश्विक बाजारों में हाजिर सोना तीन प्रतिशत से अधिक गिरकर 3,218.70 डॉलर प्रति औंस रह गया।

अंतरराष्ट्रीय बाजारों में हाजिर चांदी 1.19 प्रतिशत गिरकर 32.33 डॉलर प्रति औंस रह गई।

जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड में उपाध्यक्ष, ईबीजी- जिंस और मुद्रा शोध प्रणव मेर ने कहा कि इस सप्ताह के अंत में, निवेशक मुद्रास्फीति/खुदरा बिक्री और उपभोक्ता भावनाओं सहित अमेरिकी वृहद आर्थिक आंकड़ों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

मेर ने कहा कि वे केंद्रीय बैंक की ब्याज दर के बारे में अधिक जानकारी के लिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल के संबोधन का भी इंतजार करेंगे।


भाषा
नई दिल्ली

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