पंजाब-हरियाणा (शंभू) बॉर्डर से किसान एक बार फिर दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। इस आंदोलन को 'दिल्ली चलो' नाम दिया गया है।
पुलिस ने इन किसानों को रोकने के लिए कटीले तार और तमाम तरह के अवरोधों को सड़कों पर लगाया है। किसानों ने इन तारों और अवरोधों को सड़क से हटाकर अपनी यात्रा जारी रखी है।
इस घटना के वीडियो में किसान कटीले तारों को हटाकर आगे बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में दिखाया गया है किस तरह से किसानों की भीड़ तारों को हटाते हुए उन्हें रास्ते पर किनारे करने के बाद आगे बढ़ रही है।
#WATCH हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पार करने की कोशिश करते हुए प्रदर्शनकारी किसानों ने बैरिकेड्स हटाए। pic.twitter.com/nutzaZNjXE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 6, 2024
वहीं, एक अन्य वीडियो में पुलिस किसानों पर आंसू गैस के गोले फेंकते हुए दिखाई दे रही है। वीडियो में पुलिसकर्मी किसानों के पास पिस्टल होने की बात भी कह रहे हैं। जिससे किसान मना कर रहे हैं।
#WATCH हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया।
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किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की ओर कूच करने का ऐलान किया है। pic.twitter.com/lexC0YqUkZ
एक और वीडियो में पुलिसकर्मी किसानों के मार्च के बीच एक जाली के अंदर खड़े दिखाई दे रहे हैं, साथ ही अंदर से ही पुलिसकर्मी किसानों पर आंसू गैस के गोले फेंकते हुए नजर आ रहे हैं।
बता दें कि पंजाब-हरियाणा (शंभू) बॉर्डर से किसान एक बार फिर दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। इस आंदोलन में शंभू बॉर्डर पर 13 फरवरी से 8 महीने से ज्यादा समय से धरना दे रहे किसान अब ट्रैक्टर-ट्रॉली के बिना पैदल ही दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। शुक्रवार को 101 किसानों का पहला जत्था शंभू बॉर्डर पर एकत्र होकर रवाना होने की योजना बना रहा है।
किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा और दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। सार्वजनिक सभाओं और जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। इसके साथ ही ड्रोन और वाटर कैनन की व्यवस्था भी की गई है। शंभू बॉर्डर पंजाब के पटियाला और हरियाणा के अंबाला को जोड़ता है।
अंबाला में इंटरनेट पर पाबंदी
हरियाणा सरकार ने शुक्रवार को अंबाला जिले के 11 गांवों में मोबाइल इंटरनेट और एक साथ कई लोगों को संदेश भेजने की सुविधा ‘बल्क एसएमएस सेवा’ को नौ दिसंबर तक निलंबित कर दिया।
यह निलंबन ‘‘तनाव, विवाद, आंदोलन और सार्वजनिक शांति भंग’’ होने की आशंकाओं के कारण किया गया है, क्योंकि किसानों का एक समूह न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मांग को लेकर दिल्ली तक मार्च करने की तैयारी कर रहा था।
शुक्रवार दोपहर को अंबाला के डंगडेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, ददियाना, बारी घेल, लार्स, कालू माजरा, देवी नगर, सद्दोपुर, सुल्तानपुर और काकरू गांवों में प्रतिबंध लागू कर दिया गया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सुमिता मिश्रा द्वारा जारी आदेश के अनुसार, ये सेवाएं नौ दिसंबर रात 11.59 बजे तक निलंबित रहेंगी।
हरियाणा की सीमा पर अत्यधिक संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।
भाषा/आईएएनएस चंडीगढ़ |
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