
खराब फील्डिंग के कारण पहले महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में हार का सामना करने वाली भारतीय टीम को अगर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच की श्रृंखला में वापसी करनी है तो उसे बुधवार को यहां होने वाले दूसरे मैच में खेल के हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन किया। उसने प्रतीका रावल, करिश्माई सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना और हरीन देओल के अर्धशतकों की बदौलत चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। लेकिन भारतीय टीम की फील्डिंग अच्छी नहीं रही जो उसकी हार का कारण बना।
भारतीय टीम इस महीने के आखिर में शुरू होने वाले महिला वनडे विश्व कप की तैयारी में जुटी है जहां उसे ऑस्ट्रेलिया की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में किसी भी विभाग में गलती का उसे बड़ा नुकसान पहुंचेगा।
पहले वनडे में भारतीय खिलाड़ियों ने चार कैच छोड़े जिसका फायदा उठाकर ऑस्ट्रेलिया 281 रन के लक्ष्य को हासिल करने में सफल रहा। भारत को अगर दूसरे वनडे में जीत हासिल करनी है तो उसको अपनी फील्डिंग में काफी सुधार करना पड़ेगा।
दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया जिस तरह से प्रदर्शन कर रहा है उसे देखते हुए उसने खुद को आठवां विश्व कप जीतने का प्रबल दावेदार बना दिया है। एलिसा हीली की अगुवाई वाली टीम विश्व कप से पहले अपना विजय अभियान जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध होगी।
घरेलू परिस्थितियां और पिचें उनके अनुकूल हैं, लेकिन फिर भी भारतीय टीम लड़खड़ा गई और इसका दोष उसके क्षेत्ररक्षण, मध्य और निचले क्रम की बल्लेबाजी और स्पिनरों को दिया जा सकता है।
भारत को अपने स्पिन आक्रमण के दम पर विश्व कप में जीत का दावेदार माना जा रहा है लेकिन पहले वनडे में उसके स्पिनर ने निराश किया। भारत ने इस मैच में चार स्पिनर उतारी थी लेकिन केवल स्नेह राणा ही विकेट हासिल कर सकी। दीप्ति शर्मा, श्री चरणी और राधा यादव एक भी विकेट नहीं ले पाईं।
ऑस्ट्रेलिया की खिलाड़ी महिला प्रीमियर लीग में खेलने के कारण भारतीय परिस्थितियों से अच्छी तरह अवगत हैं जिसका उन्हें फायदा मिल रहा है।
आस्ट्रेलिया की उप-कप्तान ताहलिया मैकग्रा ने श्रृंखला से पहले सही कहा था कि उनके खिलाड़ी काफी भाग्यशाली हैं जो उन्हें समय-समय पर भारत की यात्रा करने का मौका मिलता रहता है।
यह हार भारत के लिए खतरे की घंटी है, क्योंकि 300 के आसपास का कोई भी लक्ष्य आस्ट्रेलियाई टीम आसानी से हासिल कर सकती है। उसके पास हीली, बेथ मूनी, फोएबे लिचफील्ड, एलिस पेरी और एनाबेल सदरलैंड जैसे कई टी-20 और एकदिवसीय विश्व कप में खेलने वाले अनुभवी खिलाड़ी हैं।
भारत को अगर श्रृंखला बराबर करनी है तो उसके मध्यक्रम की बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्स, विकेटकीपर बल्लेबाज रिचा घोष और दीप्ति शर्मा को भी टिककर खेलना होगा।
टीम इस प्रकार हैं:
भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), उमा छेत्री, हरलीन देयोल, ऋचा घोष (विकेटकीपर), क्रांति गौड़, स्मृति मंधाना, प्रतिका रावल, स्नेह राणा, अरुंधति रेड्डी, रेणुका सिंह, जेमिमा रोड्रिग्स, सयाली सतघरे, दीप्ति शर्मा, श्री चरणी, राधा यादव।
ऑस्ट्रेलिया: एलिसा हीली (कप्तान और विकेटकीपर), ताहलिया मैकग्रा, डार्सी ब्राउन, निकोल फाल्टम, एशले गार्डनर, किम गर्थ, ग्रेस हैरिस, अलाना किंग, चार्ली नॉट, फोबे लिचफील्ड, सोफी मोलिनक्स, बेथ मूनी, एलिस पेरी, मेगन शूट, एनाबेल सदरलैंड, जॉर्जिया वोल, जॉर्जिया वेयरहैम।
भाषा मुलांपुर (पंजाब) |
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