अमेरिका के ऊर्जा मंत्री डेन ब्रुइलेट ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका से भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति पिछले कुछ वर्षों के दौरान दस गुना बढकर 2.5 लाख बैरल प्रतिदिन तक पहुंच गई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ एक कारोबारी बैठक में उन्होंने कहा कि भारत दो साल पहले अमेरिका से 25,000 बैरल प्रतिदिन तेल का आयात करता था, जो अब 2.5 लाख बैरल प्रतिदिन तक पहुंच गया है।
भारत ने 2017 में अमेरिका से कच्चे तेल का आयात शुरू किया था। इसके पीछे मकसद ओपेक देशों के अलावा दूसरे देशों को शामिल करके आयात में विविधता लाना था।
इसके तहत भारत ने 2017-18 में अमेरिका से 19 लाख टन (38,000 बैरल प्रतिदिन) और 2018-19 में 62 लाख टन (1.24 लाख बैरल प्रतिदिन) तेल खरीदा। चालू वित्त वर्ष (2019-20) की पहली छमाही के दौरान अमेरिका ने भारत को 54 लाख टन कच्चे तेल की आपूर्ति की है।
बहरहाल, इराक भारत का सबसे बड़ा कच्चे तेल का आपूर्तिकर्ता है। भारत की कुल मांग की एक चौथाई आपूर्ति यहीं से होती है। इराक ने अप्रैल से सितंबर के दौरान 2.60 करोड़ टन कच्चे तेल की बिक्री की है।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से सितंबर की अवधि में भारत ने कुल 11.14 करोड़ टन कच्चे तेल की खरीदारी की है। भारत अपनी कच्चे तेल की मांग का 83 प्रतिशत तक आयात करता है।
भाषा नयी दिल्ली |
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