
71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2025 में सुपरस्टार शाहरुख खान को उनकी फिल्म ‘जवान’ के लिए पहली बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। शाहरुख ने ये अवॉर्ड विक्रांत मैसी के साथ साझा किया है।
साल 2023 के लिए शुक्रवार को घोषित राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में हिंदी सिनेमा का दबदबा रहा। बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान ने फिल्म ‘जवान’ में दमदार अभिनय के लिए शुक्रवार को अपने करियर का पहला सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता। खान यह पुरस्कार अभिनेता विक्रांत मेसी के साथ संयुक्त रूप से साझा करेंगे। मेसी को ‘12वीं फेल’ में उनके शानदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार के लिए चुना गया है।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक वीडियो संदेश में शाहरुख ने आशुतोष गोवारिकर की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जूरी और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का आभार व्यक्त किया।
शाहरुख ने वीडियो में कहा, ‘‘बेशक, मैं कृतज्ञता, गर्व और विनम्रता से अभिभूत हूं। राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होना एक ऐसा पल है जिसे मैं जीवन भर संजोकर रखूंगा।’’
दाहिने हाथ पर ‘स्लिंग’ (हाथ टूटने के बाद हड्डी को सहारा देने वाली पट्टी) पहने अभिनेता ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय पुरस्कार सिर्फ उपलब्धि नहीं है। यह मुझे याद दिलाता है कि मैं जो करता हूं वह मायने रखता है। यह मुझे आगे बढ़ते रहने, कड़ी मेहनत करते रहने, सृजन करते रहने और सिनेमा की सेवा करते रहने के लिए प्रेरित करता है। शोर से भरी इस दुनिया में, सच में सुना जाना एक वरदान है और मैं वादा करता हूं कि इस सम्मान को मैं अपनी आखिरी पंक्ति के रूप में नहीं, बल्कि निरंतर प्रयास करने, सीखने और दूसरों को कुछ देने के लिए ऊर्जा के रूप में इस्तेमाल करूंगा।’’
वहीं, अभिनेत्री रानी मुखर्जी ने ‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे’ में निभाए गए किरदार के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार अपने नाम किया। यह रानी के फिल्मी करियर का पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार है। उन्होंने इस पुरस्कार को अपने 30 साल के काम, कला के प्रति समर्पण और सिनेमा के प्रति जुनून को मिली मान्यता करार दिया।
दिल्ली में 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा जूरी प्रमुख और फिल्म निर्माता आशुतोष गोवारिकर ने की। उन्होंने बताया कि विधु विनोद चोपड़ा निर्देशित ‘12वीं फेल’ को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म चुना गया है, जबकि ‘द केरला स्टोरी’ के लिए सुदीप्तो सेन ने सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का अवॉर्ड हासिल किया है।
करण जौहर की ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ को संपूर्ण मनोरंजन के लिए सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। वहीं, मेघना गुलजार के निर्देशन में बनी ‘सैम बहादुर’ को राष्ट्रीय, सामाजिक और पर्यावरणीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाली सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार दिया गया।
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार के लिए शाहरुख के नाम की घोषणा के बाद प्रसिद्ध निर्देशक आशुतोष गोवारीकर ने कहा कि अभिनेता को ‘जवान’ में “उनके दमदार अभिनय के वास्ते इस अवॉर्ड के लिए चुना गया, उन्होंने फिल्म में निभाई गई दोहरी भूमिका में जोश और भावनात्मक चित्रण के बीच संतुलन बैठाते हुए एक ऐसे नायक के किरदार को जीवंत बनाया, जो न केवल दुश्मन, बल्कि सामाजिक बुराइयों से लड़ता है।”
एटली के निर्देशन में बनी ‘जवान’ में शाहरुख ने सैन्य अधिकारी विक्रम राठौर और उनके जेलर बेटे आजाद की दोहरी भूमिका निभाई थी। ‘जवान’ के लिए शाहरुख ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता।
‘स्वदेश’ में शाहरुख के साथ काम कर चुके गोवारीकर ने कहा कि यह “ऐतिहासिक” है कि भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में से एक को “इतने लंबे और सफल करियर के बाद” सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला है।
जूरी ने ‘12वीं फेल’ में विक्रांत के अभिनय की तारीफ करते हुए कहा कि फिल्म में एक गांव के लड़के की परिवर्तनकारी यात्रा को “स्वाभाविक ईमानदारी और भावनात्मक गहराई” के साथ दर्शाया गया है।
वहीं, विक्रांत ने एक बयान में कहा कि यह उनके लिए एक सपने के साकार होने जैसा है। उन्होंने कहा, “मैं दर्शकों का हमेशा आभारी रहूंगा कि उन्होंने मेरे अभिनय को सराहा और इस फिल्म को इतना दिया। शाहरुख खान जैसे दिग्गज के साथ अपना पहला राष्ट्रीय पुरस्कार साझा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।”
‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ को संपूर्ण मनोरंजन के लिए सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने से उत्साहित करण जौहर ने कहा, “यह फिल्म मेरे दिल के बेहद करीब है और इसके लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतकर मैं बेहद खुश और अभिभूत महसूस कर रहा हूं। मैं फिल्म को मिले अपार प्यार के लिए दर्शकों का आभारी हूं।”
वैभवी मर्चेंट ने ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ के गाने ‘ढिंढोरा बाजे...’ के लिए सर्वश्रेष्ठ नृत्य निर्देशन का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता। वहीं, शिल्पा राव को ‘जवान’ के गाने ‘चलेया...’ के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का पुरस्कार मिला।
फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के जीवन पर आधारित फिल्म ‘सैम बहादुर’ को मेकअप और वेशभूषा श्रेणियों में भी राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार देने की घोषणा की गई। वहीं, सुदीप्तो सेन निर्देशित ‘द केरला स्टोरी’ को सर्वश्रेष्ठ छायांकन का भी पुरस्कार हासिल हुआ।
यह पूछे जाने पर कि ‘द केरल स्टोरी’ को सर्वश्रेष्ठ निर्देशन के पुरस्कार के लिए क्यों चुना गया, “यह एक कठिन विषय है और जूरी के रूप में हमने महसूस किया कि इसे इतनी स्पष्टता के साथ पेश करने के लिए निर्देशक को सराहा जाना चाहिए।”
सान्या मल्होत्रा अभिनीत ‘कटहल : अ जैकफ्रूट मिस्ट्री’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार दिया गया।
मलयालम फिल्म ‘पूकलम’ के लिए विजयराघवन और तमिल फिल्म ‘पार्किंग’ के लिए मुथुपेट्टई सोमू भास्कर ने सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार साझा किया।
वहीं, मलयालम फिल्म ‘उलोझोक्कु’ के लिए उर्वशी और गुजराती फिल्म ‘वश’ के लिए जानकी बोदीवाला को संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया।
सर्वश्रेष्ठ मलयालम फिल्म का पुरस्कार ‘उलोझोक्कु’ और सर्वश्रेष्ठ गुजराती फिल्म का पुरस्कार ‘वश’ ने जीता।
आशीष बेंडे की मराठी फिल्म ‘आत्मपॅम्फ्लेट’ को किसी निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ पहली फिल्म का पुरस्कार मिला।
एवीजीसी (एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट, गेमिंग और कॉमिक) श्रेणी की सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार तेलुगु फिल्म ‘हनु-मैन’ ने जीता। उसे सर्वश्रेष्ठ एक्शन निर्देशन का पुरस्कार भी हासिल हुआ।
रणबीर कपूर और रश्मिका मंदाना अभिनीत ‘एनिमल’ को सर्वश्रेष्ठ साउंड डिजाइन और सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक (पृष्ठभूमि संगीत) के अलावा री-रिकॉर्डिंग मिक्सर के लिए विशेष उल्लेख पुरस्कार प्रदान किए गए।
सर्वश्रेष्ठ पटकथा का राष्ट्रीय पुरस्कार तेलुगु फिल्म ‘बेबी’ और तमिल फिल्म ‘पार्किंग’ ने साझा किया। ‘बेबी’ के गाने ‘प्रेमिसथुन्ना...’ के लिए पीवीएन एस रोहित को सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक का पुरस्कार मिला।
तमिल फिल्म ‘वाथी’ के गानों के लिए जीवी प्रकाश को सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया। कसारला श्याम को तेलुगु फिल्म ‘बालागम’ के गाने ‘ऊरु पल्लेतुरु...’ के लिए सर्वश्रेष्ठ गीतकार चुना गया।
दीपक किंगरानी को मनोज बाजपेयी के अभिनय से सजी हिंदी फिल्म ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ के लिए सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखक पुरस्कार का विजेता घोषित किया गया। जबकि सर्वश्रेष्ठ संपादन और सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन डिजाइन का पुरस्कार क्रमश: मलयालम फिल्मों ‘पुक्कलम’ और ‘2018’ को प्रदान किया गया।
सुकृति वेनी बंदरेड्डी (गांधी तथा चेट्टू), कबीर खंडारे (जिप्सी) और त्रिशा थोसर, श्रीनिवास पोकले व भार्गव जगताप (नाल 2) को सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार पुरस्कार का संयुक्त विजेता घोषित किया गया। ‘नाल 2’ को सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म का पुरस्कार भी प्रदान किया गया।
अलग-अलग भाषाओं की सर्वश्रेष्ठ फिल्म की श्रेणी में ‘रोंगतापु 1982’ (असमिया), ‘डीप फ्रिज’ (बांग्ला), ‘पार्किंग’ (तमिल), ‘कंदीलु’ (कन्नड़), ‘शामची आई’ (मराठी), ‘पुस्करा’ (उड़िया), ‘गोड्डे गोड्डे चा’ (पंजाबी) और ‘भगवंत केसरी’ (तेलुगु) विजेता बनकर उभरीं।
विभिन्न गैर-फीचर श्रेणियों के विजेताओं की भी घोषणा की गई, जिसमें हिंदी फिल्म ‘फ्लावरिंग मैन’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म, जबकि ‘गॉड वल्चर एंड ह्यूमन’ को सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र का पुरस्कार दिया गया।
पीयूष ठाकुर ने ‘द फर्स्ट फिल्म’ के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार हासिल किया। वहीं, चिदानंद नायक की कन्नड़ लघु फिल्म ‘सनफ्लावर्स वेयर द फर्स्ट वन्स टू नो’ को सर्वश्रेष्ठ पटकथा का पुरस्कार मिला।
इस बीच, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह गर्व की बात है कि हरियाणा निवासी मनीष सैनी की फिल्म ‘गिद्ध - द स्कैवेंजर’ को सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।फिल्म ने गैर-फीचर फिल्म श्रेणी में यह पुरस्कार जीता।
भाषा नई दिल्ली |
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