मार्शल लॉ संकट के चलते राष्ट्रपति यून सूक योल, जहां राजनीतिक दलों के निशाने पर हैं वहीं जनता भी उनके खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रही है।
उन्हें पद से हटाने की मांग को लेकर पश्चिमी सोल में शनिवार को प्रदर्शनकारियों की भारी भीड़ इक्ट्ठा हुई।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह बड़ी रैली योइदो में हुई, जहां नेशनल असेंबली स्थित है। शनिवार को यून के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर मतदान होना है।
यून ने मंगलवार रात एक अचानक इमरजेंसी मार्शल लॉ लगाने की घोषणा की थी, लेकिन कुछ घंटों बाद इसे हटा लिया क्योंकि विपक्ष द्वारा नियंत्रित संसद ने इसे अस्वीकार करने के लिए मतदान किया।
राष्ट्रपति ने शनिवार को मतदान से पहले सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और वादा किया कि वह फिर से मार्शल लॉ का आदेश नहीं देंगे। हालांकि इससे उनके विरोधी शांत नहीं हुए हैं।
देश के सबसे बड़े श्रमिक संघों में से एक, कोरियन कन्फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियन्स (केसीटीयू) ने रैली में भाग लिया।
केसीटीयू ने एक बयान में कहा, "माफी मांगने से देशद्रोह को नहीं छिपाया जा सकता है।" इसमें यून के खिलाफ तत्काल महाभियोग चलाने और गिरफ्तारी की मांग की गई।
एक अन्य प्रमुख यूनियन, फेडरेशन ऑफ कोरियन ट्रेड यूनियंस ने भी राष्ट्रपति की निंदा की और कहा कि माफी मांगने का उद्देश्य महाभियोग प्रस्ताव को पारित होने से रोकना है।
देश भर के विभिन्न नागरिक समूहों के सदस्य, जिनमें ग्वांगजू, डेजॉन और बुसान के लोग भी शामिल हैं, रैली में भाग लेने के लिए बसों से सोल पहुंचे।
अधिकारियों के अनुसार, यून के मार्शल लॉ की घोषणा के विरोध में नेशनल असेंबली के पास आत्मदाह करने की कोशिश करने वाले 50 वर्षीय एक व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
कानूनी समुदाय से भी यून के खिलाफ महाभियोग की मांग उठी।
कोरियाई बार एसोसिएशन ने यून के सार्वजनिक संबोधन के तुरंत बाद एक बयान जारी किया, जिसमें महाभियोग समर्थन जतायागया। इसमें कहा गया, "हम मार्शल लॉ की असंवैधानिक घोषणा के माध्यम से संवैधानिक व्यवस्था को बाधित करने के लिए राष्ट्रपति के महाभियोग से सहमत हैं।"
आईएएनएस सोल |
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