इस्लामाबाद को अफगानिस्तान पर निशाना साधने से पहले इतिहास से सबक सीखना चाहिए, पाकिस्तान को यह चेतावनी अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने गुरुवार को दी।
कई रिपोर्टों में मुत्ताकी के हवाले से कहा गया है कि "अफगानिस्तान अपने क्षेत्र पर हुए आक्रमण को नहीं भूलेगा, और पाकिस्तानी शासकों को एक संतुलित नीति अपनानी चाहिए।" यह बात उन्होंने गुरुवार दोपहर सोवियत आक्रमण की 45वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही।
अपने भाषण के दौरान विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को "सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका के भाग्य से सीखने" की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान कभी भी आक्रमणों को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कथित तौर पर पाकिस्तान के लोगों से अपने शासकों की गलत नीतियों को रोकने की अपील भी की।
मुत्ताकी की यह कड़ी प्रतिक्रिया अफगानिस्तान में पाकिस्तानी हवाई हमलों के 48 घंटे से भी कम समय बाद आई है, जिसमें मंगलवार रात कई महिलाओं और बच्चों सहित 46 लोग मारे गए थे।
पाकिस्तानी एयर स्ट्राइक पक्तिका प्रांत के बरमल जिले के कुछ हिस्सों में की गई। यह इस साल दूसरी बार है इस्लामाबाद की तरफ अफगान के 'नागरिक क्षेत्रों' पर सीधे मिलिट्री अटैक किया गया है। मार्च में इसी तरह के हमले में तीन बच्चों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी।
इस्लामाबाद की कार्रवाई की युद्धग्रस्त देश और तालिबान शासन के लोगों की ओर से भारी निंदा की है। पाकिस्तान में कई विश्लेषकों का भी मानना है कि यह कदम जोखिम भरा है।
अफगान रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इनायतुल्लाह ख्वारिज्मी ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि इस तरह की मनमानी कार्रवाई किसी भी समस्या का समाधान नहीं है।
अफगान समाचार आउटलेट टोलो न्यूज ने प्रवक्ता के हवाले से कहा, "इस्लामिक अमीरात इस 'क्रूर कृत्य' को सभी अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों का उल्लंघन और एक स्पष्ट आक्रमण मानता है और इसकी कड़ी निंदा करता है। पाकिस्तानी पक्ष को यह समझना चाहिए कि इस तरह की मनमानी कार्रवाई किसी भी समस्या का समाधान नहीं है।"
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने पाकिस्तानी सैन्य बलों के हवाई हमलों की 'कड़े शब्दों में' निंदा करते हुए इसे अफगान संप्रभुता का घोर उल्लंघन और आक्रमण बताया।
करजई ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव पाकिस्तान की चरमपंथ को मजबूत करने और अफगानिस्तान को कमजोर करने की कोशिश का परिणाम है। उन्होंने चेतावनी दी कि अच्छे पड़ोसी के आधार पर सभ्य संबंध दोनों देशों के हित में होंगे।
आईएएनएस काबुल |
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