बांग्लादेश में तीन हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया। स्थानीय मीडिया में प्रकाशित खबरों के अनुसार मैमनसिंह और दिनाजपुर जिलों में आठ मूर्तियों को खंडित किया गया।
पुलिस ने पुष्टि की है कि कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने इनमें से एक घटना के सिलसिले में 27 वर्षीय संदिग्ध को गिरफ्तार किया है।
इसी बीच काशिमपुर सेंट्रल श्मशान स्थित मंदिर के पुजारी की हत्या किए जाने सूचना मिली है।
इस्कॉन की कोलकाता इकाई ने बांग्लादेश के नाटोर के एक श्मशान घाट मंदिर में कथित तौर पर बांग्लादेशी चरमपंथियों द्वारा एक हिंदू पुजारी की ‘हत्या’ की निंदा की।
इस्कॉन ने पड़ोसी देश की अंतरिम सरकार पर धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया, जिन्हें शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से ‘‘निरंतर यातना’’ का सामना करना पड़ रहा है।
इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने कहा, ‘‘बांग्लादेश में नाटोर के काशिमपुर सेंट्रल श्मशान में स्थित मंदिर पर हमले के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं। कीमती सामान लूट लिया गया और मंदिर के सेवायत तरुण चंद्र दास की बेरहमी से हत्या कर दी गई। उनके हाथ-पैर बंधे हुए मिले। यहां तक कि हिंदू श्मशान भी सुरक्षित नहीं हैं।’’
एक वायरल वीडियो में पुजारी का शव दिखायी दे रहा है, जिसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। हालांकि, ‘पीटीआई-भाषा’ स्वतंत्र रूप से वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सका।
राधारमण दास के अनुसार, पुजारी को मारने से पहले संभवत: प्रताड़ित किया गया था, क्योंकि उनके हाथ-पैर बंधे हुए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘बदमाशों ने मंदिर में लूटपाट भी की। राधारमण दास ने कहा कि बांग्लादेश पुलिस ने इस घटना को डकैती का मामला बताया है।
एजेंसियां नई दिल्ली |
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