फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद आंदोलन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जल्द ही गाजा पट्टी में युद्ध विराम समझौता होने की उम्मीद है। इस समझौते की अधिकांश शर्तों पर पहले ही सहमति बन चुकी है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि प्रस्तावित समझौते में दोनों पक्षों के बीच दुश्मनी को धीरे-धीरे समाप्त करने और गाजा पट्टी से इजरायली सेना की वापसी की बात कही गई है। अंतिम समझौते में कैदी/बंधक आदान-प्रदान और हमास और इजरायल के बीच युद्ध का स्थायी अंत करना भी शामिल है।
अधिकारी ने कहा कि कुछ विवादास्पद बिंदुओं पर अभी भी बातचीत चल रही है, लेकिन अंतिम समझौते तक पहुंचने में इनके कोई बड़ी बाधा बनने की उम्मीद नहीं है।
सूत्रों ने बताया कि समझौते को इस साल के अंत से पहले अंतिम रूप दे दिया जाएगा, बशर्ते कि इजरायल कोई नई शर्तें न थोप दे।
अधिकारी ने आगे कहा कि गाजा संघर्ष के स्थायी समाधान तक पहुंचने के लिए सभी पक्षों की ओर से राजनीतिक इच्छाशक्ति मजबूत है।
मिस्र और कतर की मध्यस्थता में चल रही वार्ता, युद्ध को समाप्त करने के लिए मई में अमेरिका द्वारा पेश की गई योजना पर आधारित है।
बता दें कि संघर्ष 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजरायल पर हमास के हमले के बाद शुरू हुआ था, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे।
इस बीच, हमास ने शनिवार को कहा कि तीन फिलिस्तीनी गुटों के नेता इस बात पर सहमत हो गए हैं कि यदि इजरायल नई शर्तें रखना बंद कर दे तो गाजा पट्टी में युद्ध विराम समझौता "पहले से कहीं अधिक नजदीक" है।
हमास के एक बयान के अनुसार, ये टिप्पणियां शुक्रवार को काहिरा में हमास, फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद और फिलिस्तीन मुक्ति के लिए लोकप्रिय मोर्चे के नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद की गईं।
बयान में कहा गया कि तीनों गुटों ने युद्ध विराम वार्ता और कैदी/बंधक आदान-प्रदान करने के सौदे में नए घटनाक्रमों की समीक्षा की। साथ ही फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ लड़ाई को समाप्त करने के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जो 14 महीनों से अधिक समय से जारी है।
इसमें कहा गया कि प्रतिनिधिमंडलों ने युद्ध के बाद के गाजा के प्रबंधन के लिए एक सामुदायिक सहायता समिति की स्थापना की संभावना पर भी चर्चा की।
आईएएनएस गाजा |
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