कोरोना वायरस के खतरे के बावजूद सिर्फ 27 फीसद लोग घरों में: सर्वे

March 24, 2020

भारत में नोवल कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या 433 तक पहुंच गई है, इसके बावजूद महज 27 प्रतिशत आबादी ही अपने-अपने घरों में रह रही है और सार्वजनिक जगहों से दूर बनी हुई है, ताकि इस महामारी को फैलने से रोका जा सके।

इसका खुलासा सोमवार को एक सर्वे में हुआ है।

आईएएनएस-सीवोटर गैलप इंटरनेशनल एसोसिएशन कोरोना ट्रैकर-1 में इस बात की पुष्टि हुई है, जिसे दुनियाभर के 22 देशों में 20 हजार लोगों के बीच किया गया। इस सर्वे के लिए हर देश की जनसंख्या के एक प्रतिनिधि नमूने से पिछले दो हफ्तों में या तो आमने-सामने बात की गई या फिर टेलीफोन या ऑनलाइन उनसे संपर्क कर इस बारे में जानकारी हासिल की गई।

नतीजे के मुताबिक, कोविड-19 से खुद को बचाने के लिए केवल 27 प्रतिशत भारतीय ही घरों में रह रहे हैं या सार्वजनिक जगहों से दूरी बना रहे हैं, जबकि 73 प्रतिशत लोग सावधानियां नहीं बरत रहे हैं।

सर्वे में इस बात का भी खुलासा किया गया कि दुनियाभर में केवल 45 प्रतिशत लोग ही इस तरह की सावधानियां बरत रहे हैं।

सर्वे में इस बात का भी दावा किया गया है कि इटली में जहां इस महामारी से छह हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, वहां 93 प्रतिशत लोग अपने-अपने घरों में बंद हैं और सार्वजनिक जगहों से दूरी बना रहे हैं।

इस सूची में दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रिया है, जहां 90 प्रतिशत लोग घरों में रह रहे हैं। दूसरी तरफ अगर तुर्की की बात करें, तो यहां केवल 11 प्रतिशत लोग ये सावधानियां बरत रहे हैं।
 


आईएएनएस
नई दिल्ली

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