Anjeer benefits for kids: बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बेहद जरूरी है अंजीर,जानिए इसके फायदे

September 22, 2023

अंजीर एक ऐसा फल है जिसमे वो सभी जरूरी पोषक तत्व मौजूद हैं जो बच्चे के शारीरिक विकास के लिए जरूरी हैं। 100 ग्राम सूखे अंजीर के सेवन से 4 ग्राम प्रोटीन, 48.6 ग्राम कार्बोहाइड्रेट,1.5 ग्राम फैट, 9.2 ग्राम फाइबर और 209 कैलरी मिलती है।

जैसे - जैसे बच्चे बड़े होते जाते हैं माता पिता के लिए उनकी सेहत का ख्याल रखना और जरूरी हो जाता है। बढ़ते बच्चों को पोषक तत्वों से भरपूर खाना खिलाना बहुत जरूरी है। उनके शारीरिक विकास के लिए उनकी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जिन्हें बच्चे आसानी से पचा भी लें और उन्हें सभी जरूरी पोषक तत्व भी मिल जाएँ। इस उम्र में जो भी बच्चा खाता है वो आगे चलकर उसकी इम्युनिटी और शारीरिक सरंचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अंजीर एक ऐसा फल है जिसमे वो सभी जरूरी पोषक तत्व मौजूद हैं जो बच्चे के शारीरिक विकास के लिए जरूरी हैं। आपको बता दें कि 100 ग्राम सूखे अंजीर  के सेवन से 4 ग्राम प्रोटीन, 48.6 ग्राम कार्बोहाइड्रेट,1.5 ग्राम फैट, 9.2 ग्राम फाइबर और 209 कैलरी मिलती है। अंजीर का ताजा फल भी पोषक तत्वों से बहरपुर होता है। अंजीर के ताज़े फल से 43 कैलरी, 0.3 ग्राम फैट, 9.5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 2 ग्राम फाइबर और 1.3 ग्राम प्रोटीन मिलता है।

Anjeer benefits for kids in hindi
बच्चे को अंजीर किस उम्र में देना शुरू करें?
अंजीर बच्चों के लिए सुरक्षित और उनके शारीरिक विकास में बेहद असरदार है। डॉक्टर्स के मुताबिक़ जब बच्चा 9 महीने का हो जाए तब उसे अंजीर का सेवन कराया जा सकता है। 9 महीने के बाद बच्चे को ठोस आहार देना शुरू कर देना चाहिए, ये पूरी तरह सुरक्षित है। पहली बार जब बच्चे को अंजीर दें तो बिलकुल कम मात्रा में ही दें ताकि ये पता चल जाए कि बच्चा इसे हजम करने में सक्षम है या नहीं। क्योंकि हर बच्चे का स्वास्थ्य माता पिता के डीएनए पर निर्भर करता है। किसी भी चीज को पचाने की ताकत बच्चे के शारीरिक विकास और स्वास्थ्य पर भी निर्भर करती है। इस कारण अपने बच्चे को अंजीर देने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

पाचनतंत्र करे ठीक
बच्चों का पाचनतंत्र शुरू में सही नहीं होता। उनको जल्दी ही कोई चीज खाने से दस्त इत्यादि लग जाते हैं। कई शोधों में पाया गया है कि बच्चों को अंजीर देने से  उनका पाचनतंत्र सुचारु रूप से काम करना शुरू कर देता है।

कब्ज़ करे दूर
बच्चों की पाचनशक्ति कमजोर होने के कारण उन्हें अक्सर कब्ज़ हो जाती है। ऐसी स्थिति में बच्चा चिड़चिड़ा हो जाता है। अंजीर के सेवन से बच्चों में कब्ज़ की शिकायत दूर होती है क्योंकि फाइबर का एक बहुत अच्छा स्त्रोत है।

त्वचा के लाल चकत्ते करे ठीक
अक्सर देखा जाता है कि बच्चों को बड़ी जल्दी त्वचा पर रैशेज़ हो जाते हैं जिसे एटॉपिक डर्मेटाइटिस कहा जाता है। ऐसी स्थिति में बच्चों को त्वचा पर लाल चकत्ते हो जाते हैं और खुजली होती है जिससे बच्चा ज्यादा रोता है। कई रिसर्च में पाया गया है कि अंजीर के अर्क का प्रयोग त्वचा पर करने से कुछ हद तक एटॉपिक डर्मेटाइटिस से राहत मिलती है।

कफ से दिलाये राहत
बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर होने की वजह से उन्हें जल्दी ही फ्लू और इन्फेक्शन हो जाता है और कफ की शिकायत हो जाती है। रिसर्च में पाया गया हैं कि  बच्चों को यदि कफ हो जाये तो उन्हें अंजीर देने से काफी आराम मिल सकता है। अंजीर में इम्यूनोमॉड्यूलेटर होता है, जो संक्रमण और उसके लक्षणों से लड़ने में मदद कर सकता है जिससे कफ दूर होती है।

कैल्शियम का अच्छा सोर्स
बढ़ती उम्र में बच्चों के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी है। हड्डियों की मजबूती और दांतों की सेहत के लिए बच्चों को कैल्शियम मिलना बहुत जरूरी है। ऐसे में अंजीर बहुत अच्छा स्त्रोत है। अंजीर में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है जो बच्चों के लिए अति आवश्यक है।

फोलेट की कमी करे दूर
फोलेट बच्चों के दिमागी विकास के लिए अति आवश्यक है। अंजीर में प्रचुर मात्रा में फोलेट पाया जाता है जिससे बच्चों के मस्तिष्क का सम्पूर्ण विकास होता है और मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियों से बच्चा दूर रहता है।

मिनरल्स की जरूरत करे पूरी
अंजीर मिनरल्स से भरपूर होता है जो बढ़ती उम्र में बच्चों के लिए बहुत जरूरी हैं। अंजीर में मैग्नीशियम 17 मिलीग्राम, पोटैशियम 232 मिलीग्राम, 35 मिलीग्राम कैल्शियम, जिंक 0.15 मिलीग्राम और 0.37 मिलीग्राम आयरन पाया जाता है।


प्रेरणा शुक्ला
नई दिल्ली

News In Pics