Mustard Seeds Benefits In Hindi: कैल्शियम, मैग्नीशियम और आयरन से भरपूर है राई, जानिए इसके अनगिनत फायदे

March 16, 2024

Mustard Seeds Benefits In Hindi: राई को आयुर्वेद में बहुत गुणकारी माना गया है। राई का प्रयोग भारत में बहुत ज्यादा किया जाता है। यह दुनिया के सबसे जरुरी अनाजों में से एक है।

इसमें  विटामिन, खनिज, ,मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स , फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं। राई की तासीर गर्म होती है इसलिए यह कफ दोष को दूर करती है। स्वास्थ्य के लिहाज से राई एक गुणकारी औषधि है। तो चलिए जानते हैं राई के क्या - क्या फायदे हैं।

Health benefits of mustard seeds in hindi
मिर्गी के रोग में फायदेमंद
जिन लोगों को मिर्गी के दौरे पड़ते हैं उनके लिए राई का सेवन बहुत लाभकारी माना गया है। मिरगी के रोग में दौरे पड़ना आम बात है। यदि किसी मिर्गी के रोगी को मिर्गी के दौरे पड़ते हों तो थोड़ी सी राई लेकर इसे बारीक पीस लें और  साफ कपड़े में लपेटकर रोगी को दौरे पड़ने के दौरान सुंघाएं। ऐसा करने से मरीज को होश आ जाएगा।

कैंसर से सुरक्षा
राई में मौजूद एंटी-ऑक्सिडेंट्स कैंसर से बचाव में सहायक भूमिका निभाते हैं। राई में कैंसर से लड़ने की गजब की क्षमता होती है। भोजन में राई को शामिल करने से शरीर को काफी फायदा होता है।   राई का चूर्ण गर्म पानी के साथ लेने से प्रॉस्टेट कैंसर, गले का कैंसर, पेट, स्तन कैंसर को ख़त्म करने में मदद मिलती है।

बेचैनी करे दूर
घबराहट दूर करने में राई बड़ी सहायक है। यदि घबराहट के साथ आप बेचैनी और कंपन महसूस कर रहे हैं, तो अपने हाथों और पैरों में राई के पेस्ट को मलने से आपको बहुत जल्द आराम मिलेगा।

दर्द करे दूर
राई एक कमाल की दर्द निवारक है। शरीर के किसी अंग में दर्द होने की स्थिति में राई को पीसकर ठंडा पानी मिलाकर दर्द वाले स्थान पर लेप करें। ध्यान रखें कि राई के लेप से पहले शरीर के उस स्थान पर जहां लेप करना हो वहां पतला साफ कपड़ा बिछाकर उस पर लेप करना चाहिए। यदि आप त्वचा पर सीधे राई का लेप करेंगे तो वह स्थान लाल हो जायेगा और दानें होने की संभावना रहेगी।

हैजे में फायदेमंद
हैजा होने पर राई का प्रयोग जल्द फायदा पहुंचाता है। हैजे के रोगी को जब उल्टियां और दस्त हो रहे हों और बहुत परेशानी हो, घर में किसी प्रकार की दवाई उपलब्ध न हो तो उस समय पेट पर राई का लेप करना लाभदायक सिद्ध होता है।

अस्थमा से दिलाये निजात
अस्थमा एक घातक बीमारी है। अगर समय पर इसका इलाज ना किया जाए तो यह बहुत परेशानी पैदा कर देता है। राई का प्रयोग अस्थमा रोगियों के लिए बहुत लाभकारी है।

सिर की पपड़ियां करे ठीक
अक्सर देखा गया है कि कई लोगों को सिर में पपड़ियां और फुंसियां हो जाती हैं। इससे बचने के लिए राई के तेल से सिर की मालिश करनी चाहिए। रोजाना राई के तेलं से सिर की मालिश करने से बाल झड़ने की समस्या भी दूर होती है।

यदि शरीर ठंडा पड़ जाए
राई को पीसकर पानी मिलाकर चटनी की तरह बनाकर लेप करने से कान के नीचे की सूजन और जोड़ों के दर्द में तुरंत आराम मिलता है। इसके अलावा कांख में गांठ, सफेद दाग, सिरदर्द आदि में इसका लेप लाभदायक होता है। यदि शरीर ठंडा पड़ गया हो तो राई को पीसकर हथेली एवं तलुओं पर मलने से तुरन्त शरीर में गर्मी एवं चेतना आ जाती है।

इम्यूनिटी बढ़ाये
नियमित रूप से राई का चूर्ण लेने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत अच्छी हो जाती है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स वायरल बीमारियों से शरीर की रक्षा करते हैं जिससे कोई भी वायरस शरीर पर आसानी से अटैक नहीं कर पाता और शरीर मौसमी बीमारियों से बचा रहता है।


प्रेरणा शुक्ला
नई दिल्ली

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