क्या आप जानते हैं कि पीरियड क्रैम्पस से निजात दिलाने में पेनकिलर्स की जरूरत नहीं पड़ती बल्कि घर की रसोई में ही तमाम चीजे हैं जो राहत पहुंचा सकते हैं। ऐसे उपायों को लेकर आईएएनएस ने न्यूट्रिशनिस्ट से बात की।
फिल्म आई थी पैडमैन। काफी चर्चित रही। रियल स्टोरी को रील पर तकरीबन हर उम्र के, हर वर्ग के लोगों ने देखा। अच्छी बात ये रही कि अब पीरियड छुपाए जाने वाला या डिस्कस न किया जाने वाला सब्जेक्ट नहीं माना जाता। मासिक धर्म पर चर्चा खुलकर हो रही है। विशेषज्ञ भी मानते हैं कि ये जरूरी है। हर माह कई बच्चियां और महिलाएं इस दर्द से गुजरती है। क्यों होते हैं पीरियड्स और कैसे तकरीबन 28 दिन के साइकिल में होने वाले दर्द से निजात मिल सकती है?
पीरियड सर्कल में आपके यूटेरस के अंदर से रक्त और ऊतक (टिशू) वजाइना से बाहर निकल जाते हैं। हर माह होने वाली इस प्रक्रिया में ज्यातदातर महिलाओं को गंभीर से लेकर नॉर्मल दर्द का सामना करना पड़ता है। ऐसे में महिलाओं को अलग-अलग तरह की परेशानी आती है। कई को इसमें कमजोरी का अहसास होता है।
मूड स्विंग होना ऐसे में आम बात है। पीठ के निचले हिस्से और जांघों में दर्द, के अलावा मितली और उल्टी, पसीना आना, चक्कर आना, सूजन और सिर दर्द जैसी समस्या होती है। यहां अब यह प्रश्न उठता है कि ऐसा क्या खाना चहिए जिससे दर्द से तो निजात मिले ही साथ ही कमजोरी भी ठीक हो।
आईएएनएस ने न्यूट्रिशनिस्ट शिल्पा मित्तल से बात की। पीरियड के समय दर्द से निजात पाने के लिए क्या खाएं इस पर न्यूट्रिशनिस्ट शिल्पा मित्तल ने बताया, ‘’ मेरे पास अक्सर ऐसे मरीज आते है, जो यह जानना चाहते हैं कि हम पीरियड के समय होने वाले दर्द में ऐसा क्या खाएं जिससे दर्द में आराम मिल सके।
पीरियड में दर्द के समय क्या खाएं
ऐसे में हम उन्हें ऐसी कई चीजों का सेवन करने के लिए कहते हैं जो आपके रसोईघर में ही मौजूद हैं।‘’ ऐसे में देसी घी बहुत अच्छा काम करता है।
दही के अलावा इसमें साबूदाना की खिचड़ी भी बेहद आराम देती है। इसमें साबूदाना की कांजी भी अपना काम करती है। कांजी बनाने के लिए आपको साबूदाना 2 से 3 घंटों के लिए भिगोकर रखना है, फिर उसे उबालकर उसमें जीरा, नमक, नीबू डालकर लेने से भी पीरियड के दर्द में आराम मिलता है। इसके अलावा घी शंकर और जीरे के पाउडर को मिलाकर लेने से भी आराम मिलता है।
न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक पीरियड से पहले जहां तक हो सके, संतुलित आहार ही लें। फास्ट फूड से परहेज करें तो अच्छा हो। जहां तक संभव हो सके हाई प्रोटीन डाइट पर ही रहें। शिल्पा मित्तल ने ऐसे में कमजोरी न आए इसके लिए सत्तू पराठा, पनीर, दालें, फलियां, दूध, दही खाने की सलाह दी है। अगर नॉनवेज खा रहे हैं उसमें उन्होंने अंडे, चिकन और मछली खाने की सलाह भी दी है। घी, अलसी, बादाम, अखरोट और चिया बीज भी इसमें अच्छे माने जाते हैं।
कुल मिलाकर राय यही है कि आहार, व्यवहार (खाने की च्वाइस को लेकर) उचित होगा तो परिणाम भी क्रैम्प्स से जूझ रही फीमेल्स के लिए सर्वोत्तम होगा। भोजन में शुद्धता का ख्याल रखें और हर 3-4 घंटे में कुछ हेल्दी खाते रहें तो राहत मिल सकती है।
आईएएनएस नई दिल्ली |
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