राज्यसभा के सदस्य कपिल सिब्बल ने संसद में आपत्तिजनक बयानों की निंदा करते हुए शनिवार को कहा कि ‘‘सात सितारा इमारत’’ संसद में ‘‘नफरत’’ की नयी संस्कृति के उद्घाटन की साक्षी बनी।
कपिल सिब्बल ने संसद के निचले सदन में बहुजन समाज पार्टी के नेता एवं सांसद दानिश अली के खिलाफ लोकसभा सदस्य रमेश बिधूड़ी के आपत्तिजनक बयानों की जमकर भर्त्सना की। उन्होंने कहा कि ‘‘सात सितारा इमारत’’ संसद में ‘‘नफरत’’ की नयी संस्कृति के उद्घाटन की साक्षी बन गई है।
चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3’ की सफलता पर संसद के निचले सदन में चर्चा के दौरान बिधूड़ी ने बृहस्पतिवार रात को अली पर निशाना साधते हुए कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं, जिनसे बड़ा विवाद पैदा हो गया है और विपक्षी दलों के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
सिब्बल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट साझा करते हुए दानिश अली के खिलाफ बिधूड़ी द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों का जिक्र किया और इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की ‘‘चुप्पी’’ पर सवाल उठाया।
उन्होंने कहा, ‘‘सात सितारा इमारत संसद में ‘नफरत’ की नयी संस्कृति के उद्घाटन की साक्षी बनी।’’
हाल ही में संपन्न सत्र के दौरान लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही पुराने से नए संसद भवन में स्थानांतरित की गई है।
बिधूड़ी द्वारा लोकसभा में दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किए जाने पर शुक्रवार को बड़ा विवाद खड़ा हो गया और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बिधूड़ी को चेतावनी दी कि यदि उन्होंने भविष्य में ऐसा आचरण किया, तो उनके खिलाफ ‘‘कड़ी कार्रवाई’’ की जाएगी।
दानिश अली ने कहा कि यदि बिधूड़ी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वह लोकसभा की सदस्यता छोड़ने पर भी विचार कर सकते हैं।
विपक्षी संगठन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस ‘इंडिया’ ने बिधूड़ी के बयान की कड़ी निंदा की और इस मामले को सदन की विशेषाधिकार समिति के पास भेजने का आग्रह किया।
भाषा नई दिल्ली |
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