दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब जाट आरक्षण की एंट्री हो गई है। दिल्ली के पूर्व सीएम और 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी और गृह मंत्री पर जाटों को धोखा देने का आरोप लगाया।
केजरीवाल के आरोपों पर अब भाजपा नेताओं ने पलटवार किया है।
भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने गुरुवार को न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा, "वह डूबते के लिए तिनके का सहारा ढूंढ रहे हैं। अब इन पत्रों से कुछ होने वाला नहीं है, जो लोग दिन-रात गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं। उन्हें लोग भी समझ चुके हैं। जनता जानती है कि अरविंद केजरीवाल चुनाव हार रहे हैं, इसलिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं।"
बिजवासन विधानसभा से भाजपा के उम्मीदवार कैलाश गहलोत ने भी अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "मुझे वाकई में चिट्ठी देखकर बहुत खुशी हुई कि कम से कम उन्हें जाटों की याद तो आई। पिछले 10 सालों में एक बार भी उन्होंने यह मुद्दा नहीं उठाया। यह सिर्फ चुनाव की वजह से किया जा रहा है, उनको जाटों का वोट चाहिए और दिल्ली में भारी संख्या में जाट वोट बैंक है। यहां केवल राजनीति हो रही है। अब चुनाव हारने की बारी आई है तो वह राजनीति कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "अरविंद केजरीवाल कुछ भी कह सकते हैं, मगर जनता बेवकूफ नहीं है। मैं इतना जरूर कहना चाहूंगा कि जनता जागरुक है। दिल्ली की जनता सारी चीजें अच्छी तरह से जानती है, क्योंकि लोकसभा चुनाव में उन्होंने जो गठबंधन किया था, उसका क्या असर पड़ा। मेरा मानना है कि गठबंधन तो होते रहते हैं।"
कैलाश गहलोत ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के सवाल पर कहा, "दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने जा रही है। दिल्ली में अगला सीएम भाजपा का ही होगा और इसमें कोई संदेह नहीं है। यह जनता की आवाज है और यह सिर्फ मेरा नहीं बल्कि पूरी दिल्ली का मानना है। इस बार हमारी सरकार आ रही है।"
भाजपा नेता अरविंदर सिंह लवली ने केजरीवाल पर सवाल उठाते हुए कहा, "आजकल वह कुछ न कुछ लिखते रहते हैं। मेरी सभी पत्रकारों को सलाह है कि अगर वह भी इकट्ठे होकर जाएंगे तो उनके लिए भी कुछ अनाउंसमेंट हो जाएगा।"
आईएएनएस नई दिल्ली |
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