
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 127वें एपिसोड में देशवासियों को संबोधित किया।
मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को नमन करते हुए कहा, "सरदार पटेल आधुनिक काल में राष्ट्र की सबसे महान विभूतियों में से एक रहे हैं।
उनके विराट व्यक्तित्व में अनेक गुण एक साथ समाहित थे।" प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा, "मेरा आप सबसे आग्रह है कि 31 अक्टूबर को सरदार साहब की जयंती पर देशभर में होने वाली 'रन फॉर यूनिटी' में आप भी जरूर शामिल हों।"
पीएम मोदी ने कहा, "गांधी जी से प्रेरित होकर सरदार पटेल ने खुद को स्वतंत्रता आंदोलन में पूरी तरह समर्पित कर दिया। 'खेड़ा सत्याग्रह' से लेकर 'बोरसद सत्याग्रह' तक अनेक आंदोलनों में उनके योगदान को आज भी याद किया जाता है।"
बता दें कि सरदार पटेल की जयंती हर साल 31 अक्टूबर को मनाई जाती है। भारत के एकीकरण में उनके ऐतिहासिक योगदान के सम्मान में इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। 2014 में, सरकार ने देश की एकता, अखंडता और मजबूती के संदेश को बढ़ावा देने के लिए सरदार पटेल की जयंती को 'एकता दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय लिया।
वहीं, पर्यावरण संरक्षण पर बोलते हुए पीएम मोदी ने गुजरात के वन विभाग की मैंग्रोव पहल की सराहना की। उन्होंने बताया कि पांच साल पहले वन विभाग की टीमों ने अहमदाबाद के पास धोलेरा में मैंग्रोव लगाने की शुरुआत की थी।
आज वहां साढ़े तीन हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मैंग्रोव फैल चुके हैं। उन्होंने कहा, "मैनग्रोव की वजह से अब धोलेरा के इको-सिस्टम में डॉल्फिन्स की संख्या बढ़ी है, केकड़े और अन्य जलीय जीव भी पहले से अधिक हो गए हैं।
प्रवासी पक्षी बड़ी संख्या में आने लगे हैं, जिससे पर्यावरण पर सकारात्मक असर पड़ा है और स्थानीय मछली पालकों को आर्थिक लाभ मिल रहा है।"
भारतीय नस्ल के स्वान पर चर्चा
मोदी ने भारतीय नस्ल के स्वान की चर्चा की। उन्होंने बताया कि बीएसएफ और सीआरपीएफ ने अपने दस्तों में भारतीय नस्ल के डॉग्स की संख्या बढ़ाई है।
पीएम मोदी ने कहा, "करीब 5 वर्ष पहले मैंने इस कार्यक्रम में भारतीय नस्ल के स्वान की चर्चा की थी। मैंने देशवासियों के साथ ही अपने सुरक्षाबलों से आग्रह किया था कि वे भारतीय नस्ल के डॉग्स को अपनाएं, क्योंकि वो हमारे परिवेश और परिस्थितियों के अनुरूप ज्यादा आसानी से ढल जाते हैं। मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने इस दिशा में काफी सराहनीय प्रयास किए हैं। बीएसएफ और सीआरपीएफ ने अपने दस्तों में भारतीय नस्ल के डॉग्स की संख्या बढ़ाई है।"
प्रधानमंत्री ने डॉग्स की ट्रेनिंग को लेकर कहा, "डॉग्स की ट्रेनिंग के लिए बीएसएफ का नेशनल ट्रेनिंग सेंटर ग्वालियर के टेकनपुर में है। यह उत्तर प्रदेश के रामपुर हाउंड, कर्नाटक और महाराष्ट्र के मुधोल हाउंड पर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है। इस सेंटर पर ट्रेनर्स टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के माध्यम से स्वानों को बेहतर तरीके से ट्रेन कर रहे हैं। भारतीय नस्ल वाले डॉग्स के लिए ट्रेनिंग मैनुअल्स को फिर से लिखा गया है ताकि उनकी यूनिक स्ट्रेंथ को सामने लाया जा सके। बेंगलुरु में सीआरपीएफ के डॉग्स ब्रीडिंग एंड ट्रेनिंग स्कूल में मांग्रेल्स, मुधोल हाउंड, कोम्बाई और पांडिकोना जैसे भारतीय स्वानों को ट्रेन किया जा रहा है।"
पीएम ने मुधोल हाउंड ब्रीड की रिया की प्रशंसा करते हुए कहा, "पिछले वर्ष लखनऊ में 'ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट' का आयोजन हुआ था। उस समय 'रिया' नाम की स्वान ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा था। यह एक मुधोल हाउंड है, जिसे बीएसएफ ने ट्रेन किया था। रिया ने यहां कई विदेशी ब्रीड्स को पछाड़ते हुए प्रथम पुरस्कार जीता। अब बीएसएफ ने अपने डॉग्स को विदेशी नाम देने के बजाय भारतीय नाम देने की परंपरा शुरू की है। "
पीएम मोदी ने बताया, "हमारे यहां के देशी स्वान ने अद्भुत साहस भी दिखाया है। पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ के माओवाद से प्रभावित क्षेत्र में गश्त के दौरान सीआरपीएफ के एक देशी स्वान ने 8 किलोग्राम विस्फोटक का पता लगाया था। बीएसएफ और सीआरपीएफ ने इस दिशा में जो प्रयास किए हैं, उसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं।"
महान क्रांतिकारी और आदिवासी नेता कोमाराम भीम को किया याद
मोदी ने महान क्रांतिकारी और आदिवासी नेता कोमाराम भीम को याद किया है। 'मन की बात' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने देश के युवाओं से आग्रह किया है कि वे उनके बारे में अधिक से अधिक जानने का प्रयास करें।
प्रधानमंत्री मोदी ने 20वीं सदी के प्रारंभिक काल का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौर में ब्रिटिश शासन और हैदराबाद के निजाम के अत्याचार चरम पर थे। ऐसे में मात्र 20 वर्ष की आयु में कोमाराम भीम ने अन्याय के खिलाफ हथियार उठाए।
उन्होंने कहा, "20वीं सदी का शुरुआती कालखंड, तब दूर-दूर तक आजादी की कहीं कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही थी। पूरे भारत में अंग्रेजों ने शोषण की सारी सीमाएं लांघ दी थीं और उस दौर में हैदराबाद के देशभक्त लोगों के लिए दमन का दौर और भी भयावह था। वे क्रूर और निर्दयी निजाम के अत्याचारों को भी झेलने को मजबूर थे। ऐसे कठिन समय में करीब बीस साल का एक नौजवान इस अन्याय के खिलाफ खड़ा हुआ था।"
उन्होंने बताया कि उस दौर में जब निजाम के खिलाफ एक शब्द बोलना भी गुनाह था, उस नौजवान ने सिद्दीकी नाम के निजाम के एक अधिकारी को खुली चुनौती दी थी। निजाम ने सिद्दीकी को किसानों की फसलें जब्त करने के लिए भेजा था, लेकिन अत्याचार के खिलाफ इस संघर्ष में उस नौजवान ने सिद्दीकी को मौत के घाट उतार दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा, "कोमाराम भीम की उम्र 40 साल थी, लेकिन उन्होंने आदिवासी समाज समेत लाखों लोगों के दिलों में अमिट स्थान बनाया। वे अपनी रणनीतिक कुशलता के लिए प्रसिद्ध थे और निजाम की सत्ता के लिए बड़ी चुनौती बने। 1940 में निजाम के लोगों ने उनकी हत्या कर दी।"
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "अभी 22 अक्टूबर को ही कोमाराम भीम की जन्म-जयंती मनाई गई। अपने जीवन-काल में उन्होंने अनगिनत लोगों, विशेषकर आदिवासी समाज के हृदय में अमिट छाप छोड़ी। उन्होंने निजाम के खिलाफ संघर्ष कर रहे लोगों में नई ताकत भरी। वे अपने रणनीतिक कौशल के लिए भी जाने जाते थे। निजाम की सत्ता के लिए वे बहुत बड़ी चुनौती बन गए थे।"
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं से कहा, "मैं आग्रह करता हूं कि वे उनके बारे में अधिक जानें और उनके संघर्ष से प्रेरणा लें।"
स्वच्छता पर चर्चा
पीएम मोदी ने कहा, "साथियों, स्वच्छता और स्वच्छता के प्रयास पर भी मुझे ढेर सारे संदेश मिले हैं। मैं आपसे देश के अलग-अलग शहरों की ऐसी गाथाएं साझा करना चाहता हूं जो बहुत प्रेरणादायक हैं।"
पीएम मोदी ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में शहर से प्लास्टिक कचरा साफ करने के लिए एक अनोखी पहल की गई।
अम्बिकापुर में गार्बेज कैफे चलाए जा रहे हैं। ये ऐसे कैफे हैं, जहां प्लास्टिक कचरा लेकर जाने पर भरपेट खाना खिलाया जाता है।
'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' ने हर भारतीय को गर्व से भर दिया है। इस बार उन इलाकों में भी खुशियों के दीप जलाए गए, जहां कभी माओवादी आतंक का अंधेरा छाया रहता था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोग उस माओवादी आतंक का जड़ से खात्मा चाहते हैं जिसने उनके बच्चों का भविष्य संकट में डाल दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत में त्योहारों का उल्लेख करते हुए बताया कि उन्होंने हाल ही में देशवासियों के नाम एक पत्र लिखा था, जिसमें देश की उपलब्धियों का जिक्र किया गया था, जिससे इस बार त्योहारों की रौनक और बढ़ गई है।
इस पत्र के जवाब में देश के अनेक नागरिकों ने उन्हें संदेश भेजे हैं। उन्होंने कहा, "त्योहारों के इस अवसर पर मैंने आप सभी के नाम एक पत्र लिखकर अपनी भावनाएं साझा की थीं। मैंने चिट्ठी में देश की उन उपलब्धियों के बारे में बताया था, जिससे इस बार त्योहारों की रौनक पहले से ज्यादा हो गई है। मेरी चिट्ठी के जवाब में मुझे देश के अनेक नागरिकों ने अपने संदेश भेजे हैं।" पीएम मोदी ने स्वदेशी सामानों की खरीदारी में आई जबरदस्त बढ़ोतरी पर खुशी जताई।
उन्होंने कहा, "जीएसटी बचत उत्सव को लेकर भी लोगों में बहुत उत्साह है। इस बार त्योहारों में बाजारों में स्वदेशी सामानों की खरीदारी जबरदस्त तरीके से बढ़ी है। लोगों ने मुझे जो संदेश भेजे हैं, उसमें बताया है कि इस बार उन्होंने किन स्वदेशी चीजों की खरीदारी की है।"
उन्होंने अपने पत्र में खाने के तेल में 10 प्रतिशत की कमी करने का आग्रह किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को बताया कि इस पर लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। छठ महापर्व पर पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले दीपावली मनाई गई और अब बड़ी संख्या में लोग छठ पूजा में व्यस्त हैं। घरों में ठेकुआ बन रहा है, घाट सज रहे हैं, बाजारों में रौनक है और हर तरफ श्रद्धा, अपनापन व परंपरा का संगम दिख रहा है। उन्होंने छठ व्रत रखने वाली महिलाओं के समर्पण और निष्ठा को प्रेरणादायक बताया।
| समयलाइव डेस्क नई दिल्ली |
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