8 साल से अमेरिका में रह रही टीचर को गुजरात सरकार दे रही सैलरी, शिक्षा विभाग पर उठे सवाल

August 10, 2024

गुजरात के बनासकांठा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिसने शिक्षा विभाग की लापरवाही का भांडा फोड़ दिया है।

खबरों के अनुसार, बनासकांठा जिले के पंचा गांव में एक सरकारी प्राइमरी स्कूल में तैनात टीचर भावनाबेन पटेल पिछले 8 साल से अमेरिका में रह रही हैं और वह गुजरात के एक सरकारी स्कूल से वेतन लेती हैं। बताया जा रहा है कि उनके पास अमेरिका का ग्रीन कार्ड भी है।

इसका खुलासा प्रिंसिपल और स्कूल स्टाफ की शिकायत के बाद हुआ। उन्होंने बताया कि भावनाबेन पटेल 8 साल से विदेश में रहती है और साल में सिर्फ एक बार स्कूल आती है। वहीं छात्रों से बात करके पता चला कि उन्होंने टीचर को पिछले दो साल से देखा भी नहीं है।  प्रिंसिपल ने आगे यह बताया कि स्कुल से इतने लंबे समय से अनुपस्थित रहने के बाबजूद भावनाबेन पटेल गुजरात सरकार से पूरा वेतन लेती हैं।  

इससे पहले भी स्कूल की प्रिंसिपल और स्टाफ ने टीचर भावनाबेन पटेल की शिकायत शिक्षा अधिकारियों से की थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद यह खबर प्रिंसिपल पारुल मेहता ने स्थानीय मीडिया को दी।

मीडिया इंटरव्यू के दौरान प्रिंसिपल ने कहा, भावनाबेन की लंबी अनुपस्थिति के कारण बच्चो की पड़ाई में परेशान हो रहे हैं। उन्हें या तो इस्तीफा दे देना चाहिए या ड्यूटी पर वापस आ जाना चाहिए।

इस खबर के मीडिया में आते ही सब शिक्षा विभाग की इस लापरवाही पर तरह-तरह के सवाल उठाने लगे।

गुजरात के शिक्षा मंत्री कुबेर डिंडोर ने इस खबर के बाद भावनाबेन पटेल पर जांच के आदेश दे दिए हैं। मीडिया से बात करते हुए डींडोर ने कहा, ‘मैंने जांच के आदेश दिए हैं और जिला अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। यदि भावनाबेन पटेल दोषी पाई जाती हैं तो उनको सज़ा मिलेगी और पिछले 8 साल में दिया गया सरकारी वेतन उनसे वापस लिया जाएगा।  
 


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