दिल्ली की हॉट सीट बन चुकी कालकाजी विधानसभा सीट पर भाजपा बीते 3 दशक से जीत दर्ज नहीं कर पाई है। इस बार भाजपा ने पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी को टिकट दिया है। रमेश पूर्व में दक्षिणी दिल्ली से लोकसभा सांसद रहे हैं।
रमेश विधूड़ी को टिकट मिलने के बाद उन्होंने न्यूज एजेंसी के साथ अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा, "मुझे मां कालका ने यहां पर बुलाया है, 10 साल में आम आदमी पार्टी की सरकार ने कालकाजी विधानसभा को नर्क बना दिया। जनता इस बार यहां से भाजपा को जीत दिलाएगी और इस सीट पर कमल खिलेगा।"
हालांकि, वह अपने एक बयान को लेकर विवादों में हैं। रमेश बिधूड़ी ने लोकसभा से सांसद प्रियंका गांधी को लेकर एक विवादित टिप्पणी की। रमेश ने कहा, "प्रियंका गांधी के गाल की तरह यहां की सड़कें बना देंगे।"
जब कांग्रेस-आप और खुद की पार्टी ने उनके बयान से असहमति जताई तो उन्होंने बयान के लिए खेद भी जताया।
बहरहाल, इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने 2015 और 2020 में जीत हासिल की है। आम आदमी पार्टी तीसरी बार इस सीट पर जीत हासिल करने का दावा कर रही है।
इस सीट पर मुख्यमंत्री आतिशी चुनाव लड़ रही हैं। आतिशी यहां से 2020 में चुनाव जीती थीं।
इस सीट पर 15 साल तक अपना दबदबा रखने वाली कांग्रेस भी जीत का दावा कर रही है। बीते तीन चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस ने इस बार यहां से अलका लांबा को टिकट दिया है।
तीनों पार्टी के उम्मीदवार मजबूत माने जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय होगा।
इतिहास की बात करें तो साल 1993 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। भाजपा की पूर्णिमा सेठी जीती थीं। इसके बाद भाजपा इस सीट पर कभी कमल नहीं खिला पाई है।
1998, 2003 और 2008 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का परचम लहराया था।
2013 में यह सीट शिरोमणि अकाली दल के खाते में गई।
2015 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की।
2020 में आम आदमी पार्टी ने दूसरी बार लगातार इस सीट पर जीत हासिल की।
कालकाजी विधानसभा में टूटी, सड़कें, गंदा पानी, सीवर और बरसात के दिनों में जलभराव की समस्या जटिल हो जाती है। इसके अलावा आवारा पशुओं की वजह से भी यहां पर लोगों को आवागमन करने में काफी परेशानी होती है।
ट्रैफिक जाम की समस्या से भी लोगों को जूझना पड़ता है। फुटपाथों पर अतिक्रमण हो रखा है। जिससे पैदल चलने वाले राहगीरों को परेशानी होती है।
इस विधानसभा में सिख समुदाय, ओबीसी, वैश्य, गुर्जर, एससी, मुस्लिम बिरादरी के वोटर्स अच्छे खासे हैं। करीब 27 फीसदी सिख हैं। ब्राह्मण 9 प्रतिशत तो मुस्लिम 7 फीसदी हैं।
विधानसभा में पॉश इलाका न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, सुखदेव विहार, महारानी बाग, गोविंदपुरी जैसे इलाके आते हैं। करीब 1.70 लाख मतदाता हैं। इसमें पुरुष वोटर्स करीब 95 हजार और महिला मतदाताओं की संख्या 80 हजार हैं।
आईएएनएस नई दिल्ली |
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