
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और मंगलवार शाम तक इसके 206 मीटर के निकासी चिह्न तक पहुंचने का अनुमान है, जिसके मद्देनजर प्राधिकारियों ने बाढ़ क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर जाने की सलाह दी है।
हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण सोमवार दोपहर 12 बजे पुराने रेलवे पुल (ओआरबी) पर यमुना का जलस्तर 204.87 मीटर तक पहुंच गया।
दिल्ली के लिए चेतावनी का निशान 204.50 मीटर और खतरे का निशान 205.33 मीटर है और जलस्तर 206 मीटर पहुंचने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया जाता है।
पुराना रेलवे पुल नदी के प्रवाह और संभावित बाढ़ के खतरों पर नज़र रखने के लिए एक प्रमुख अवलोकन बिंदु के रूप में कार्य करता है।
यहां जारी बाढ़ की चेतावनी में कहा गया है, ‘‘चूंकि ओआरबी में जल स्तर खतरे के निशान को पार कर सकता है और 206.50 मीटर तक पहुंचने की संभावना है, इसलिए सभी अधिकारियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी रखें और संवेदनशील स्थानों पर आवश्यक कार्रवाई करें।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘नदी के तटबंधों के भीतर रहने वाले लोगों को चेतावनी दी जानी चाहिए और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।’
इसमें चेतावनी दी गई है कि हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी की मात्रा और ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में भारी वर्षा को देखते हुए यह सूचित किया जाता है कि दो सितंबर को शाम पांच से आठ बजे के बीच दिल्ली रेलवे ब्रिज पर जल स्तर 206 मीटर को पार कर सकता है।
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, बाढ़ की चेतावनी जारी होने के समय हथिनीकुंड बैराज से सुबह नौ बजे 3,29,313 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जबकि वजीराबाद बैराज से लगभग 38,900 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
इन बैराजों से छोड़े गए पानी को दिल्ली पहुंचने में आमतौर पर 48 से 50 घंटे लगते हैं। ऊपरी इलाकों से थोड़ी-थोड़ी मात्रा में छोड़े गए पानी से भी जलस्तर बढ़ रहा है, जो शहर में चेतावनी के निशान के करीब पहुंच रहा है।
भाषा नयी दिल्ली |
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