
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत को लेकर बेंगलुरु में आयोजित समारोह के दौरान मची भगदड़ के मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बड़ी कार्रवाई की है।
घटना को लेकर पुलिस इंस्पेक्टर से लेकर कमिश्नर लेवल तक के अधिकारी सस्पेंड कर दिए गए हैं।
वहीं रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के मार्केटिंग हेड निखिल सोसले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बेंगलरु में 4 जून को RCB की विक्ट्री परेड से पहले हुई भगदड़ मामले में पुलिस ने यह पहली गिरफ्तारी की है। इसके साथ ही 3 अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर(FIR) दर्ज की थी जिसके बाद यह एक्शन हुआ है। इस तरह से आरसीबी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं।
सूत्रों ने बताया कि आरसीबी के विपणन एवं राजस्व प्रमुख निखिल सोसले, डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के सुनील मैथ्यू और किरण कुमार से पूछताछ की जा रही है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने राज्य के पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक को बृहस्पतिवार को निर्देश दिया कि भगदड़ के सिलसिले में आरसीबी और डीएनए इवेंट मैनेजर एवं कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के प्रतिनिधियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए क्योंकि प्रथम दृष्टया उनकी ओर से ‘‘लापरवाही’’ हुई तथा प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।
राज्य सरकार की यह कार्रवाई भाजपा के चौतरफा हमले के बीच आई है, जिसने सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के इस्तीफे की मांग की है तथा सरकार पर "गंदी राजनीति" करने का आरोप लगाया है।
इससे पहले सिद्धरमैया ने गुरूवार को कहा, “आज मंत्रिमंडल की बैठक हुई और कल की त्रासदी पर विस्तार से चर्चा की गई। कैबिनेट ने अपने विवेक से इस घटना की जांच कर्नाटक उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश माइकल कुन्हा की अध्यक्षता वाले एक सदस्यीय न्यायिक आयोग को सौंपने का निर्णय लिया है और हमने आयोग से 30 दिनों में रिपोर्ट देने को कहा है।”
उन्होंने कहा, "मंत्रिमंडल ने कब्बन पार्क पुलिस थाने के सर्किल पुलिस इंस्पेक्टर ए के गिरीश और सहायक पुलिस आयुक्त सी बालाकृष्णा, केंद्रीय संभाग के पुलिस उपायुक्त शेखर एच टेक्कन्नावर, स्टेडियम के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त विकास कुमार विकास और बेंगलुरू शहर के पुलिस आयुक्त दयानंद को तत्काल निलंबित करने का भी निर्णय लिया है।"
कैबिनेट बैठक के बाद यहां पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) को आरसीबी, डीएनए इवेंट मैनेजर्स और कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन (केएससीए) के प्रतिनिधियों को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
एक अधिसूचना के अनुसार, वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एवं बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन टास्क फोर्स के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सीमांत कुमार सिंह को "तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित कर दिया गया है और अगले आदेश तक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और बेंगलुरु पुलिस आयुक्त के पद पर तैनात किया गया है।"
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फाइनल में आरसीबी की जीत के जश्न में भाग लेने के लिए बुधवार को यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास बड़ी संख्या में क्रिकेट प्रेमियों के जुटने के बाद मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए।
इससे पहले दिन में कर्नाटक के गृह मंत्री परमेश्वर ने घोषणा की कि सरकार किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बड़े आयोजनों, बैठकों और समारोहों के लिए एक नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करेगी।
इस बीच बुधवार को हुई दुखद घटना में मारे गए लोगों के परिजन अब भी गमगीन हैं और उन्होंने भगदड़ के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है।
दिव्यांशी (15) के शोकाकुल पिता शिवकुमार ने कहा कि प्रशासन ने उचित व्यवस्था क्यों नहीं की? उन्होंने कहा, ‘‘मैसूर पैलेस रोड जाकर देखिए - राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए वे हर चीज की व्यवस्था करते हैं। इस समारोह के लिए उन्हें उचित योजना बनानी चाहिए थी।’’
बेंगलुरु के येलहंका में एक शोकाकुल परिवार के घर पर उस वक्त रिश्तेदार एकत्रित हुए, जब किशोर का शव अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था। यह एक हृदय विदारक दृश्य था।
बेंगलुरु के बाहर के कुछ पीड़ितों के पार्थिव शरीर उनके संबंधित गृहनगरों में भेज दिए गए, जिनमें उत्तर कन्नड़ में सिद्धपुर और तमिलनाडु में उदुमलाईपेट्टई शामिल हैं।
राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला तेज करते हुए भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने नयी दिल्ली में कहा, "यह स्पष्ट रूप से राज्य सरकार की विफलता है। राज्य सरकार को अपनी विफलता स्वीकार करनी होगी। इस घटना में 11 निर्दोष लोगों की मौत और घायल हुए लोगों के लिए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को इस्तीफा देना होगा।"
इससे पहले कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार इस घटना के बारे में बात करते हुए भावुक हो गए और कहा कि इस घटना के कारण बेंगलुरु की छवि खराब हुई है।
उन्होंने कहा, "हमें बहुत दुख पहुंचा है। पीड़ित हमारे अपने परिवार के सदस्य हैं। कर्नाटक की छवि, बेंगलुरु की छवि...हां, हम इसकी (जिम्मेदारी) लेते हैं। हम दूसरों पर आरोप नहीं लगा रहे हैं, हालांकि यह बहुत अप्रत्याशित रूप से हुआ है।"
भाषा/समय लाईव डेस्क बेंगलुरु/नई दिल्ली |
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