
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि ईरान पर इजराइल का हमला ‘पूरी तरह अनुचित’ है, क्योंकि इस्लामी गणराज्य ने यहूदी राष्ट्र को उसके खिलाफ युद्ध छेड़ने का कोई कारण नहीं दिया था।
अब्दुल्ला ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जहां तक मुझे पता है, ईरान ने इजराइल को तेहरान पर हमला करने का कोई कारण नहीं दिया था। इजराइल ने इसे एहतियातन हमला बताते हुए अपनी इच्छा से ईरान के खिलाफ युद्ध छेड़ा है।’’
अब्दुल्ला ने कहा कि यदि विश्व शक्तियां इजराइल की आक्रामकता पर चुप रहती हैं, तो यह ‘‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण’’ होगा।
इजराइल ने शुक्रवार की सुबह ईरान की राजधानी तेहरान पर हमला किया, जिसमें देश के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाया गया और पश्चिम एशिया के दो धुर विरोधियों के बीच एक पूर्ण युद्ध की आशंका को बढ़ा दिया।
ऐसा प्रतीत होता है कि 1980 के दशक में इराक के साथ युद्ध के बाद ईरान पर यह सबसे बड़ा हमला है।
अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘आज, इजराइल ने वही किया जो रूस ने यूक्रेन के साथ किया था। आप रूस के खिलाफ आवाज उठाते हैं, और रूस के खिलाफ आंदोलन शुरू हो जाता है, लेकिन जब इजराइल, ईरान पर हमला करता है तो विश्व शक्तियां - चाहे वह अमेरिका हो, यूरोप हो या कोई अन्य देश - चुप हो जाती हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर रूस जैसे किसी देश द्वारा दूसरे पर किया गया हमला गलत है, तो इजराइल द्वारा ईरान पर किया गया हमला भी पूरी तरह से अनुचित है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे क्षेत्र में स्थिति और खराब हो जाएगी और इसका दुनिया पर तत्काल प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘इसका हमारे ईंधन की कीमतों, हमारे शेयर बाजार और पश्चिम की ओर जाने वाली उड़ानों पर असर पड़ेगा। लेकिन, इससे भी अधिक इसका लोगों की भावनाओं पर असर पड़ेगा।’’
मुख्यमंत्री ने विदेश मंत्रालय से ईरान में कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी अनुरोध किया।
अहमदाबाद में बृहस्पतिवार को हुए विमान हादसे पर अब्दुल्ला ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और उन्होंने उन सभी परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया, जिनमें चालक दल के सदस्य भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि घटना के पीछे के कारणों का जल्द ही पता चल जाएगा। हम यह भी उम्मीद करते हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।’’
महबूबा मुफ्ती ने ईरान पर इजराइल के हमले की निंदा की
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को ईरान पर इजराइल के हमले की कड़ी निंदा की।
मुफ्ती ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ईरान पर इजराइल का हमला एक ऐसे देश द्वारा किया गया एक और बेशर्मी भरा कृत्य है जो दुष्टता की राह पर चल पड़ा है। वैश्विक समुदाय, विशेष रूप से अमेरिका नीत पश्चिमी ताकतों की चुप्पी चिंताजनक और भयावह है। यह चुप्पी मौन स्वीकृति के समान है।’’
मुफ्ती ने कहा कि भारत-पाकिस्तान तनाव के मामले में अमेरिका यह कहने से कभी नहीं चूकता कि तनाव को बढ़ने से रोकने में उसकी मध्यस्थता अहम रही है, ‘‘लेकिन जब बात गाजा पर इजरायल की लगातार बमबारी या ईरान पर उसके हालिया हमले की आती है तो वही तत्परता गायब हो जाती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ ये दोहरे मापदंड वैश्विक शांति और स्थिरता को खतरे में डालते हैं।’’
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने तथाकथित मुस्लिम देशों की ‘गहरी चुप्पी’ को भी ‘परेशान करने वाला’ बताया, जो ‘इस तरह के घोर अन्याय के सामने इस तरह खामोश बैठे हैं, जैसे उनका अस्तित्व ही न हो।’’
मुफ्ती ने कहा, ‘‘उनकी निष्क्रियता न केवल निराशाजनक है बल्कि यह उन उद्देश्यों के प्रति विश्वासघात है जिनके लिए वे खड़े होने का दावा करते हैं।’’
भाषा श्रीनगर |
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