
अमेरिकन पंजाबी एसोसिएशन (NAPA) के कार्यकारी निदेशक सतनाम सिंह चहल ने शनिवार को भारत सरकार से करतारपुर साहिब गलियारे को तुरंत फिर से खोलने की अपील की, ताकि भारत के सिख तीर्थयात्री पाकिस्तान के करतारपुर में दरबार साहिब गुरुद्वारे जा सकें, जो सिख धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है।
चहल ने कहा कि पाकिस्तान ने गलियारे के अपने हिस्से को खुला रखा है, जिससे दुनिया भर के तीर्थयात्री पवित्र तीर्थस्थल जा सकें।
चहल ने कहा कि इसके विपरीत, भारत में गलियारे का हिस्सा बंद होने के कारण देश के लाखों सिख ‘‘निराश, आध्यात्मिक रूप से कटे हुए हैं।’’
चहल ने कहा, ‘‘करतारपुर साहिब गलियारा एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है जो शांति, अंतरधार्मिक सद्भाव और सिखों के आध्यात्मिक अधिकारों का प्रतीक है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राजनीतिक या प्रशासनिक कारणों से इसका लगातार बंद होना न केवल अनुचित है बल्कि सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस भी पहुंचाता है। भारत सरकार को राजनीतिक विचारों से ऊपर उठकर सिख आबादी की भावनात्मक और धार्मिक जरूरतों को प्राथमिकता देनी चाहिए।’’
चहल ने कहा, ‘‘करतारपुर साहिब सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं है, यह प्रत्येक सिख की आध्यात्मिक धड़कन है। ऐसे पवित्र स्थान तक पहुंच को रोकना हमारी सामूहिक आस्था और पहचान का अपमान है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एनएपीए उम्मीद करता है कि भारत सरकार भारतीय सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर साहिब तक पहुंच बहाल करने के लिए त्वरित और सकारात्मक कार्रवाई करेगी, तथा यह सुनिश्चित करेगी कि वे बिना किसी बाधा के अपने धार्मिक कर्तव्यों को पूरा कर सकें और आध्यात्मिक शांति प्राप्त कर सकें।’’
भाषा चंडीगढ़ |
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