
तेलंगाना के पशम्यलारम में सिगाची इंडस्ट्रीज के फार्मा प्लांट में हुए विस्फोट में 36 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। इस हादसे के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने फैक्टरी विस्फोट स्थल का दौरा किया।
मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने मंत्रियों श्रीधर बाबू, दामोदर राजा नरसिम्हा, जी विवेक और पी ऋषिनिवास रेड्डी के साथ फैक्टरी में उस जगह का दौरा किया जहां विस्फोट हुआ था। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की।
साथ ही उन्होंने हादसे के बाद कंपनी प्रबंधन के वहां मौजूद न होने पर उसे कड़ी फटकार भी लगाई।
रेड्डी ने कहा कि आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार सिगाची इंडस्ट्रीज में हुए विस्फोट में अब तक 36 लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने कहा, ‘‘कई लोग लापता हैं, घटना के दौरान मौजूद 143 लोगों में से 56 अधिकारियों के संपर्क में हैं। अधिकारी लापता लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘राज्य सरकार कंपनी प्रबंधन से बात करेगी कि प्रत्येक मृतक के परिवारों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। मैंने आदेश जारी किए हैं कि सरकार और कंपनी दोनों तरफ से एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।’’
इसके अलावा राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को एक-एक लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये का भुगतान करेगी, ताकि तत्काल और आपातकालीन खर्च वहन किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने घटना पर एक व्यापक रिपोर्ट मांगी, जिसमें इसी तरह की पिछली घटनाओं और अब तक उठाए गए एहतियाती कदमों की जानकारी भी हो।
सोमवार को सिगाची के एक संयंत्र में विस्फोट के बाद लगी आग में 36 लोगों की मौत हो गई और लगभग इतनी ही संख्या में अन्य घायल हुए।
मुख्यमंत्री के सवाल का जवाब देते हुए कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि सिगाची के संस्थापक एवं कार्यकारी अध्यक्ष सोमवार को यहां मौजूद थे।
रेड्डी ने कंपनी पर पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए कार्ययोजना बनाने को कहा।
उन्होंने कड़े रुख के साथ कहा, ‘‘इतनी बड़ी दुर्घटना हुई। उन्हें (वरिष्ठ प्रबंधन को) यहां होना चाहिए था। उन्हें मृतक के परिजनों से मिलना चाहिए था। आप इससे बच नहीं सकते। उन्हें यहां मौजूद रहना ही होगा। उन्हें पहुंचने के लिए कहें।’’
उद्योग मंत्री श्रीधर बाबू ने कहा कि कंपनी को मानवीय आधार पर काम करना होगा।
श्रीधर बाबू ने कहा, ‘‘आपका शीर्ष प्रबंधन 24 घंटे बाद भी यहां मौजूद नहीं है। अगर वह इतना व्यस्त है तो उन्हें फैक्टरी संचालित करने की क्या जरूरत है? इतनी बड़ी घटना हुई है। और हमारी सरकार इसे बहुत गंभीरता से लेगी।’’
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि मंत्री राजा नरसिम्हा और विवेक पिछले 24 घंटों से लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
श्रीधर बाबू ने यह भी बताया कि फैक्टरी के निदेशक ने कंपनी को (सुरक्षा से जुड़ों मुद्दों पर) कुछ संकेत दिए थे।
सिगाची के अधिकारी ने जवाब दिया कि पीड़ितों के इलाज का पूरा खर्च कंपनी वहन करेगी।
जिला पुलिस अधीक्षक परितोष पंकज ने कहा, ‘‘मलबे को हटाते समय उसके नीचे कई शव बरामद किए गए हैं। मलबे से 31 शव निकाले गए हैं, जबकि तीन लोगों की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। बचाव अभियान का अंतिम चरण अब भी जारी है।’’
भाषा संगारेड्डी (तेलंगाना) |
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