
ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) की अगुआई में भारतीय दल शनिवार को आधिकारिक रूप से आरंभ होने वाले एशियाई खेलों (Asian Games) में खेल शक्ति के तौर पर अपना दबदबा दिखाने के लिए बेताब होगा जो कोविड-19 (Covid-19) महामारी के कारण एक साल देर से कराये जा रहे हैं।
भारत हांगझोउ में 39 स्पर्धाओं के लिए 655 खिलाड़ियों के सबसे बड़े दल के साथ पहुंचा है और उसकी कोशिश इंडोनेशिया 2018 में जीते गये 70 पदकों (16 स्वर्ण, 23 रजत और 31 कांस्य) से बेहतर प्रदर्शन करने पर लगी होगी ताकि वह दुनिया को दिखा सके कि टोक्यो ओलंपिक 2021 में ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद से देश में खेल ने किस तरह की प्रगति की है। भारत निकट भविष्य में ओलंपिक की मेजबानी की उम्मीद लगाये है और 2018 एशियाड में आठवां स्थान संतुष्टि से कहीं कोसों दूर है जिससे देश हांगझोउ में पदक तालिका में ऊपर की ओर बढ़ने का प्रयास करेगा। भारत 1986 सियोल चरण के बाद से पदक तालिका में शीर्ष पांच में नहीं रह पाया है। और इस बार की ‘कैचलाइन’ है ‘इस बार, सौ पार’, यानि इस बार 100 पदक से ज्यादा।
हालांकि 100 पदक भले ही संभव नहीं हो, लेकिन भारत पिछले चरण के पदकों से आगे बढ़ना चाहेगा जिसमें एक बार फिर एथलेटिक्स से सबसे ज्यादा योगदान की उम्मीद है। पिछली बार ट्रैक एवं फील्ड खिलाड़ियों ने 20 पदक जीते थे और इस बार उनके 25 पोडियम स्थान हासिल करने की उम्मीद है। एशियाई खेलों के इतिहास में पहली बार भारतीय दल में पांच ओलंपिक पदक विजेता शामिल हैं जिसकी अगुआई भाला फेंक सुपरस्टार चोपड़ा कर रहे हैं जो अपना खिताब बरकरार रखन चाहेंगे। इससे उम्मीद बढ गयी हैं कि देश 2018 में जीते गये 16 स्वर्ण पदकों में इजाफा करेगा।
अन्य ओलंपिक पदक विजेता भारोत्तोलक मीराबाई चानू, बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, पहलवान बजरंग पूनिया और मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन हैं। फिर भी भारत के लिए स्वर्ण पदकों की संख्या की भविष्यवाणी करना मुश्किल है क्योंकि सिंधु पिछले कुछ समय से फॉर्म से जूझ रही हैं, चानू को हाल में फिटनेस संबंधित मुद्दे रहे जबकि बजरंग ने पहलवानों के विरोध में हिस्सा लेने के कारण कुछ महीने पहले ही ट्रेनिग शुरु की है। बोरगोहेन और चोपड़ा हाल में विश्व चैम्पियन बने। बोरगोहेन उद्घाटन समारोह के दौरान पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हमरनप्रीत सिंह के साथ भारतीय दल के ध्वजवाहक की जिम्मेदारी भी उठायेंगी।
एथलेटिक्स में 2018 के आठ स्वर्ण पदकों के प्रदर्शन को दोहराना हालांकि मुश्किल होगा लेकिन हॉकी (पुरुष और महिला), कबड्डी (पुरुष और महिला), शतरंज और तीरंदाजी भारत के पीले तमगों में इजाफा कर सकते हैं। मौजूदा फॉर्म को देखते हुए भारत पुरुष और महिला दोनों हॉकी स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीत सकता है। पुरुष और महिला कबड्डी टीम से भी स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीदें हैं जिससे वह जकार्ता में चूके मौके की भरपायी कर सकती है। पिछली बार पुरुष टीम ने कांस्य और महिला टीम ने रजत पदक जीता था।
निशानेबाजों ने 2018 में दो स्वर्ण सहित नौ पदक दिलाये थे लेकिन इस बार वे शायद इस संख्या को पार नहीं कर पायें। मुक्केबाजी में निकहत जरीन और बोरगोहेन पदक की प्रबल दावेदार हैं। आठ अक्टूबर तक चलने वाले इस 19वें एशियाड का आयोजन सितंबर 2022 में कराया जाना था लेकिन चीन में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी के कारण इन्हें एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया जिससे अब ये हांगझोउ के साथ पांच अन्य शहर हुझोउ, निंग्बो, शाओजिंग, जिन्हुआ और वेंझोउ में कराये जाएंगे। एशिया के 45 देश 40 खेलों और 61 स्पर्धाओं में 481 स्वर्ण पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे।
उद्घाटन समारोह में दिखेगी आधुनिक तकनीक की झलक
चीन के हांगझोऊ में 19वें एशियाई खेल का आधिकारिक उदघाटन शनिवार को आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस हांगझोउ ओलंपिक स्पोट्र्स सेंटर स्टेडियम में होगा। 80 हजार दर्शक क्षमता वाले बिग लोटस के नाम से विख्यात इस स्टेडियम को मुख्य रूप से साल 2018 में एक फुटबाल स्टेडियम के रूप में बनाया गया था। एशियाई खेल उद्घाटन समारोह भारतीय समयानुसार शाम 5:30 बजे से शुरू होगा और भारत में सीधा प्रसारण उपलब्ध होगा।
एशियाई खेल 2023 के उद्घाटन समारोह में चीन की समृद्ध विरासत को दर्शाया जाएगा, जबकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इको-फ्रेंडली टेक्नोलॉजी के साथ देश के आधुनिक दृष्टिकोण को भी पेश किया जाएगा। यह एशियाई खेल 2023 खेलों का पहला संस्करण होगा जहां डिजिटल मशाल-प्रज्ज्वलन समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें लाखों मशाल-वाहक क़यिानतांग नदी पर डिजिटल लौ को डिजिटल मानव आकृति में बदलेंगे। 3डी एनिमेशन हांगझोऊ ओलंपिक स्पोट्र्स सेंटर स्टेडियम में इलेक्ट्रॉनिक आतिशबी भी देखने को मिलेगी जिससे किसी तरह का प्रदूषण नहीं होगा। चीन के राष्ट्रपति शी जिन¨पग एशियाई खेल के उद्घाटन समारोह में शिरकत करेंगे।
भाषा हांगझोउ |
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