
फेडरल रिजर्व के सख्त रुख और डॉलर में तेजी के कारण बृहस्पतिवार को रुपया, अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 28 पैसे टूटकर 88.13 (अस्थायी) पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि व्यापारियों ने ब्याज दरों में कटौती के बाद अमेरिकी फेडरल रिजर्व के दृष्टिकोण का आकलन किया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने उम्मीद के मुताबिक ब्याज दरों में एक चौथाई अंक की कमी की और संकेत दिया कि वह शेष वर्ष के लिए उधारी लागत में लगातार कमी करेगा।
इसके अलावा, भारत पर अमेरिकी शुल्क और वैश्विक व्यापार अनिश्चितताओं को लेकर चिंताओं के कारण रुपया दबाव में रहा। इसके अलावा, विदेशी पूंजी की सतत निकासी ने भी निवेशकों की कारोबारी धारणाओं को प्रभावित किया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.93 पर खुला और कारोबार के दौरान 88.16 के निचले स्तर को छूने के बाद 88.13 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 28 पैसे की गिरावट है।
बुधवार को रुपया, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 24 पैसे बढ़कर 87.85 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक (जिंस और मुद्रा) अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व के आक्रामक रुख और अमेरिकी डॉलर में उछाल के कारण भारतीय रुपये में भारी गिरावट आई। फेडरल रिजर्व ने अनुमान के अनुरूप ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है। फेडरल रिजर्व को वर्ष 2025 में दो बार और 0.25 प्रतिशत कटौती 2026 में केवल एक बार 0.25 प्रतिशत कटौती की उम्मीद है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल को शुल्क पर कोई बड़ा वित्तीय जोखिम नहीं दिख रहा है। हालांकि, उन्होंने श्रम बाजार और जीडीपी वृद्धि को लेकर नकारात्मक चिंता जताई।’’
चौधरी ने कहा कि सकारात्मक घरेलू बाजार और नए एफआईआई प्रवाह की उम्मीदें भी रुपये को समर्थन दे सकती हैं। हालांकि, अमेरिकी डॉलर या अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में कोई भी सुधार तेज बढ़त को रोक सकता है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत बढ़कर 96.89 पर पहुंच गया।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.43 प्रतिशत की गिरावट के साथ 67.66 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
घरेलू शेयर बाजार में, सेंसेक्स 320.25 अंक बढ़कर 83,013.96 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 93.35 अंक बढ़कर 25,423.60 अंक पर पहुंच गया।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बुधवार को शुद्ध आधार पर 1,124.54 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा नई दिल्ली |
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