
मणिपुर में सुरक्षाबलों ने इंफाल ईस्ट और थौबल जिलों में कथित तौर पर जबरन वसूली की गतिविधियों में लिप्त विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों के तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंधित ‘यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट’ (पी) के एक सक्रिय कैडर को इंफाल ईस्ट जिले के खुरई कोंगपाल इलाके से सोमवार को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘उग्रवादी पर घाटी के इलाकों में भूमि विवाद, महिलाओं के खिलाफ अपराध और ऋण राशि की वसूली से संबंधित मामलों में ‘कंगारू कोर्ट’ (छद्म अदालत) के जरिए अवैध रूप से मुद्दों को निपटाने का आरोप है।’’
अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंधित ‘कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी’ (पीडब्ल्यूजी) के एक सक्रिय कैडर को भी रविवार को थौबल जिले के लीरोंगथेल पित्रा इलाके से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि उग्रवादी कथित तौर पर जबरन वसूली, अपहरण और संगठन के लिए नए कार्यकर्ताओं की भर्ती करने की गतिविधियों में लिप्त था।
प्रतिबंधित प्रेपक (प्रो) के एक सक्रिय सदस्य को सोमवार को थौबल जिले के चरंगपत ममांग लेईकाई इलाके से पकड़ा गया।
उस पर थौबल में जबरन वसूली, लोगों को धमकाने और अपहरण में लिप्त होने का भी आरोप है।
दो साल पहले जातीय हिंसा भड़कने के बाद से सुरक्षा बल मणिपुर में तलाश अभियान संचालित कर रहे हैं।
मई 2023 से मेइती और कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 260 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
भाषा इंफाल |
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