
संभल की पौराणिक 24 कोसी परिक्रमा 46 वर्ष बाद पुन: शुरू हो गई है। वर्ष 1978 में सांप्रदायिक दंगों के कारण यह परंपरा रोक दी गई थी।
शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
बयान में कहा गया कि शुक्रवार रात दो बजे संभल के 68 तीथरें और 19 कूपों की 24 कोसी परिक्रमा की शुरुआत प्राचीन तीर्थ बेनीपुरचक स्थित श्रीवंशगोपाल मंदिर से लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में हुई।
शंखनाद, भजन और जयघोषों के बीच निकली यह परिक्रमा 46 वर्षों बाद पुन: आरंभ हुई है। वर्ष 1978 में सांप्रदायिक दंगों के कारण रुकी यह परंपरा वर्ष 2024 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के प्रयासों से फिर जीवित हो उठी है।
बयान में कहा गया, ‘1978 के दंगों के बाद संभल में जो भय, अविास और पलायन का माहौल बना, उसने दशकों तक यहां के सामाजिक ताने-बाने को प्रभावित किया। हिंदू परिवारों ने अपने घर, दुकानें और जमीनें छोड़ दीं, मंदिरों पर कब्जे हुए और धार्मिक आयोजनों पर रोक लग गई।’
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता की धारा 67 के तहत 495 मामले दर्ज किए गए, जिनके परिणामस्वरूप 1,000 से अधिक अतिक्रमण हटाए गए और लगभग 69 हेक्टेयर भूमि कब्जा-मुक्त कराई गई।
एक अलग अभियान में मस्जिदों, मजारों, कब्रिस्तानों और मदरसों सहित 37 अवैध संरचनाओं को भी हटाया गया, जिससे 2.6 हेक्टेयर भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया।
| समयलाइव डेस्क लखनऊ |
Tweet










